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December 3, 2025

MLA हंसराज केस : पीड़िता बोली- CM कर रहे विधायक को बचाने की कोशिश, सबूत भी मिटाए

विधायक हंसराज को चंबा कोर्ट दे चुका है जमानत

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Bail Controversy

चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में नाबालिग से जुड़े यौन शोषण के बहुचर्चित मामले ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। चुराह से BJP विधायक हंसराज के खिलाफ चल रहे पॉक्सो केस की पीड़िता ने बुधवार देर शाम सोशल मीडिया पर लाइव आकर भावुक बयान दिया। करीब 10 मिनट के वीडियो में उसने न सिर्फ मामले की जांच पर सवाल उठाए, बल्कि भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों पर विधायक के पक्ष में खड़े होने का आरोप लगाया।

पीड़िता ने लाइव में क्या कहा?

गौरतलब है कि इस केस में विधायक हंसराज को चंबा कोर्ट पहले ही जमानत दे चुका है। लेकिन पीड़िता का कहना है कि इस फैसले से उसे न्याय मिलने की उम्मीद और कमजोर हो गई है। पीड़िता ने कहा कि मुश्किल समय में जनवादी महिला समिति ने उसका साथ दिया है। समिति द्वारा शिमला में की जा रही मांग “हंसराज की जमानत रद्द करो” की मांग के लिए वह उनका धन्यवादी है। उसने कहा कि अकेले लड़ना बेहद कठिन है और अभी उसे समाज की मदद की जरूरत है।

सबूतों से छेड़छाड़ का डर

लाइव वीडियो में लड़की ने आरोप लगाया कि जमानत मिलने के बाद विधायक खुले घूम रहे हैं और अब उन्हें गवाहों व सबूतों से छेड़छाड़ करने का मौका मिलेगा। लड़की ने कहा कि, “हमने जो मेहनत से सबूत दिए, वे डराए-धमकाए जाएंगे, मिटाए जाएंगे… हमारी मेहनत का क्या फायदा?” पीड़िता का दावा है कि उसे सूचना मिली है कि राज्य की सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही विधायक का समर्थन कर रहे हैं। “अगर सरकारें ही आरोपी के साथ खड़ी हैं, तो मैं कहां जाऊं? कोर्ट ने भी फैसला दे दिया… मेरी ज़िंदगी का क्या?”

राकेश सिंघा कर रहे सहयोग

पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक भ्रष्टाचार से जमा की गई संपत्ति के बल पर महंगे वकील कर रहे हैं, जबकि वह गरीब परिवार से आती है। लड़की ने सवाल उठाते हुए कहा कि, “उसके पास लाखों के वकील हैं… मेरा केस कौन लड़ेगा?” पीड़िता ने कहा कि पूरे संघर्ष में उसका साथ सिर्फ पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा दे रहे हैं। साथ ही, उसने महिला समिति का भी दोबारा आभार जताया। एक महिला पर निशाना साधते हुए उसने आरोप लगाया कि ‘परविंद्र’ नामक महिला ने लाइव आकर उसे ‘करेक्टरलेस’ कहा। “वह मेरी मां की उम्र की है… वह कैसे ऐसा कह सकती है?”

एक नज़र में घटनाक्रम

9 अगस्त 2024 को पहली शिकायत दर्ज की गई जब पीड़िता ने विधायक हंसराज पर अश्लील चैट करने, नग्न तस्वीरें मांगने, दबाव बनाने और धमकाने का आरोप लगाया। 16 अगस्त को चंबा महिला पुलिस थाना में FIR दर्ज हुई और युवती के कोर्ट में बयान भी हुए। बयान के दो-तीन दिन बाद लड़की ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा कि आरोप गलतफ़हमी में लगाए गए थे। इसके बाद मामला शांत हो गया। 2 नवंबर 2025 को केस फिर उछला और पीड़िता ने एक बार फिर वीडियो साझा किया और रोते हुए कहा कि विधायक की वजह से परिवार डर और दबाव में है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए।

3 नवंबर को विधायक की प्रतिक्रिया

विधायक हंसराज ने भी वीडियो जारी कर आरोपों को नकारा। उन्होंने दावा किया:
लड़की किसी के कहने पर काम कर रही है
साम्प्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश हो रही है
लड़की की आर्थिक स्थिति के सवाल उठाए
मेडिकल परीक्षण की मांग की
मानहानि की कार्रवाई करने की चेतावनी दी

5 नवंबर पिता लड़की के आए सामने

पीड़िता के पिता ने कहा कि पिछले साल कोर्ट में बयान के बाद बेटी को अपहरण कर शिमला ले जाया गया।
मोबाइल तोड़ा गया
धमकाया गया
घर जलाने की धमकी दी गई
इन्हीं आरोपों पर 6 नवंबर 2025 को FIR दर्ज की गई।
7 नवंबर 2025 पीड़िता के बालिग हो जाने के बावजूद, क्योंकि कथित घटना उस समय की है जब वह नाबालिग थी, पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।
10 नवंबर: विधायक ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई
11 और 22 नवंबर को अंतरिम राहत मिली
27 नवंबर को नियमित जमानत मिल गई
2 दिसंबर को महिला जनवादी समिति ने शिमला में प्रदर्शन कर जमानत रद्द करने और निष्पक्ष जांच की मांग की। इसी रात पीड़िता ने नया वीडियो जारी किया।

अभी मामला किस स्थिति में है?

केस पॉक्सो और यौन शोषण के आरोपों के तहत जांच में है।
हंसराज को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
पीड़िता का कहना है कि उसे न्याय के लिए समाजिक और कानूनी समर्थन की जरूरत है।
मामला फिर राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर गरमा गया है।

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