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January 12, 2025
हिमाचल की कबड्डी टीम से महाराष्ट्र में हुआ पक्षपात, नियम तोड़ जितवाई अपनी टीम
अमरावती में हिमाचल प्रदेश की कबड्डी टीम के साथ हुआ पक्षपाती व्यवहार, खेल से बाहर किया गया
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शिमला। महाराष्ट्र के अमरावती में चल रही अंडर-14 गर्ल्स कबड्डी नेशनल टूर्नामेंट में हिमाचल प्रदेश की टीम के साथ ग्राउंड पर अन्याय किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बुधवार रात करीब 11 बजे हुए क्वार्ट मुकाबले में हिमाचल की टीम का सामना महाराष्ट्र की टीम के साथ हुआ था। लेकिन इस मैच में निर्णायक मंडल ने हिमाचल की टीम को हराने के लिए पक्षपात किया।
दरअसल महाराष्ट्र के अमरावती में अंडर 14 आयु वर्ग के 68वें राष्ट्रीय स्कूल गेम्स का आयोजन हो रहा है। बुधवार देर शाम को हिमाचल प्रदेश की लड़कियों की कबड्डी टीम का क्वार्टर फाइनल मुकाबला आयोजक राज्य महाराष्ट्र के साथ हुआ था। इस मुकाबले में पूरा निर्णायक मंडल आयोजक स्टेट महाराष्ट्र से ही सबंध रखता था।
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आरोप है कि हिमाचल की टीम को हराने के लिए निर्णायक मंडल ने हेरा फेरी की और हिमाचल की टीम को नियमों के विपरित प्रतियोगिता से बाहर कर दिया। हिमाचल प्रदेश के टीम प्रबंधन ने इसको लेकर स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को शिकायत दे दी है और मामले में हस्तक्षेप कर जांच करने की मांग की है।
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जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश कबड्डी टीम के हेड कोच सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि पूरी प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश की टीम का प्रदर्शन अद्भुत था। हिमाचल प्रदेश ने प्रतियोगिता के शुरुआती मुकाबले एक तरफा जीते थे।
बीती रात को महाराष्ट्र के साथ हुए मैच में निर्णायक मंडल ने मैच के दौरान पक्षपात करते हुए महाराष्ट्र की टीम को बोनस पॉइंट दिए। हिमाचल के कई खिलाड़ियों को बिना किसी गलती के कार्ड दिखाए गए और उन पर दवाब बनाने का प्रयास किया गया।
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निर्णायक मंडल ने खेल की सारी हद्दे उस समय पार कर दी जब पक्षपात के बावजूद भी हिमाचल को जीतता देख बिना किसी गलती के हिमाचल प्रदेश की कप्तान को येल्लो कार्ड दिखा दिया और उसे गेम से बाहर करने का प्रयास किया गया।
सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश टीम के प्रबंधन के विरोध के बाद मैच दोबारा शुरू हुआ। लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि मैच को निर्धारित समय से तीन मिनट पहले ही समाप्त कर दिया गया, जिससे हिमाचल प्रदेश की टीम की मेडल की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
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सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि निर्णायक मंडल ने नियमों की सारी सीमाएं लांघ दी। जिसके चलते हिमाचल प्रदेश की टीम निर्णयों के खिलाफ कोर्ट में ही विरोध करने बैठ गई। लेकिन इस दौरान कोर्ट की लाइट बंद कर दी गई और हिमाचल की टीम को जबरदस्ती बाहर निकाला गया। इतना ही नहीं निर्णायक मंडल ने टीम के मैनेजर के साथ भी दुर्व्यवहार किया और उन्हें धमकियां भी दी।
यह पहली बार था जब अंडर-14 टूर्नामेंट में इस तरह के कार्ड का इस्तेमाल हुआ। हिमाचल की खिलाड़ी मैदान पर भावुक होकर रोती हुई नजर आईं, जो इस घटना की गंभीरता को दर्शाता है।
हिमाचल प्रदेश टीम कौच ने बताया कि उन्होंने इस सबंध में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को शिकायत दी है । जिसमे उन्होंने बताया कि मैच के लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है । शिकायत में उन्होंने मांग की है कि इसकी जांच की जाएं और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएं।
बता दें कि महाराष्ट्र के अमरावती में 9 से 12 दिसंबर तक कबड्डी में अंडर-14 आयु वर्ग में गर्ल्स एंड बॉयज दोनों वर्ग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता का 13 दिसंबर को समापन होना है लेकिन अब यह विवादों में आ गयी है।