#धर्म

July 20, 2024

इस दिन से शुरू होगा सावन माह, बन रहे दुर्लभ संयोग; जानिये इस बार क्यों है खास

शेयर करें:

नई दिल्ल। हिंदू धर्म में पाठ-पूजा और व्रत को काफी महत्व दिया गया है। हर व्रत की अपनी एक अलग विधि और खासियत है। हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का व्रत भगवान शंकर को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही तरक्की के भी योग बनते हैं। इस बार श्रावण मास सोमवार 22 जुलाई से प्रारभ हो रहा है और पूरे श्रावण में 5 सोमवार के दिन पड़ेंगे। ऐसे में श्रावण मास में भक्तों के लिए दुर्लभ संयोग है।

कब है सावन के व्रत

इस साल ये व्रत 22 जुलाई 2024 को रखा जा रहा है। इसी दिन से ही सावन माह की भी शुरुआत होगी। इस दौरान प्रीति योग, आयुष्मान योग और स्वार्थ सिद्ध योग बना रहेगा।

इस सावन ये हैं व्रत सोमवार -

पहला सोमवार - 22 जुलाई दूसरा सोमवार - 29 जुलाई तीसरा सोमवार - 05 अगस्त चौथा सोमवार - 12 अगस्त पांचवां सोमवार - 19 अगस्त

सावन के सोमवार के व्रत की खासियत

चातुर्मास में पूरी सृष्टि का संचालन शंकर जी के हाथों में होता है। ऐसे में पूजा पाठ व अन्य शुभ कार्य को करने से भोलेनाथ का आशीर्वाद उसमें बना रहता है। यह भी पढ़ें: प्राइमरी स्कूल की बच्चियों से घिनौनी हरकतें करता था शख्स, ऐसे हुआ खुलासा इस दौरान महादेव और देवी पार्वती की एक साथ पूजा करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। साथ ही यह व्रत रखने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।

सावन सोमवार के व्रतों की विधि

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन सोमवार का व्रत शाम के समय शिव पूजन के बाद ही खोलना चाहिए। इस दौरान महादेव की विधिनुसार पूजा करने का विधान है। यह भी पढ़ें: युवक ने पुल से रावी नदी में लगा दी छलांग, पानी के तेज बहाव में हुआ लापता पूजा के बाद आप उन्हें मिठाई या खीर का भोग भी लगा सकती हैं। इसके बाद आप अपना व्रत खोल सकती हैं. ऐसे में आप चाहें तो फलों का सेवन भी कर सकते है।

सावन सोमवार व्रत के नियम

सावन सोमवार पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद, साफ़ वस्त्रों को धारण करके महादेव की पूजा- अर्चना करनी चाहिए। इस दौरान शिवलिंग का जल से अभिषेक करना न भूलें। वहीं सोमवार के इस व्रत में एक ही समय भोजन करना चाहिए। इसके अलावा आप फलाहार ले सकते हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल: बिना वारंट घर में घुस आई पुलिस! परेशान हुए आदमी ने दे दी जा.न इस दौरान दिन में भूलकर भी नहीं सोना चाहिए। साथ ही तामसिक भोजन करने की मनाही होती है और इसके अलावा इस मास में असत्य बोलने, झूठे आरोप लगाने और हिंसा करने से बचना चाहिए।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख