शिमला। हिमाचल प्रदेश में 21 साल बाद निर्मित आधार पर भर्तियां होने जा रही है। यह भर्तियां स्पेशल एजुकेटर की होंगी। इसके लिए भर्ती के नियमों को भी अधिसूचित कर दिया गया है। यह स्पेशल एजुकेटर हिमाचल में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे। हिमाचल में विशेष आवश्यकता वाले 5,000 से ज्यादा बच्चे पंजीकृत हैं।
2003 के बाद पहली बार नियमित भर्ती
आपको बता दें के हिमाचल में 2003 के बाद से अनुबंध आधार पर ही भर्तियां हो रही थी। मगर अब सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद तृतीय श्रेणी यानी ग्रुप-C के इन पदों की भर्तियां नियमित आधार पर की जाएंगी। हालांकि, भविष्य में अनुबंध आधार पर भर्तियां करने का प्रावधान रखा गया है।
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क्या रहेगी शैक्षणिक योग्यता?
विशेष बच्चों को पढ़ाने वाले 38 स्पेशल एजुकेटरों के लिए 12वीं कक्षा में 50 फीसदी अंक की शैक्षणिक योग्यता रखी गई है। प्रदेश में पंजीकृत 5,000 बच्चों को स्पेशल एजुकेटर ना होने की वजह से सामान्य स्कूलों में ही पढ़ाया जा रहा है।
जबकि, विशेष बच्चों को पढ़ाने के लिए एक अलग प्रक्रिया की जरूरत होती है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की तरफ से इनके लिए अलग से सुंदरनगर में एक सेंटर बनाया गया है।
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विभागों के आवंटन शुरू
साथ ही CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीते दिनों राज्य चयन आयोग को दीवाली से पहले 6 लंबित पोस्ट कोड के नतीजे घोषित करने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद राज्य चयन आयोग ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 903 और 939 का परिणाम तैयार कर लिया गया है। वहीं, अब अभ्यार्थियों को उनकी प्राथमिकता के आधार पर विभाग आवंटन का काम भी शुरू हो चुका है।