शिमला। हिमाचल के लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह के भोजनालय के बाहर आईडी लगाने के बयान ने राजनीति में गरमाहट ला दी है। विक्रमादित्य के इस बयान ने उनकी दिल्ली तक की सैर करवा दी है। दिल्ली में आलाकमान से मिलने के बाद वापस लौटे विक्रमादित्य सिंह ने अपनी ही पार्टी के नेता को करारा जवाब दिया है। विक्रमादित्य के इस जवाब ने कांग्रेस नेताओं की अंदरखाते चल रही खींचतान को भी जगजाहिर कर दिया है।
किस बयान गरमाई है राजनीति
दरअसल अभी हाल ही में विक्रमादित्य सिंह ने यूपी की तर्ज पर हिमाचल में स्ट्रीट वेंडर्स को दुकान के बाहर और भोजनालय में अपनी आईडी लगाने को लेकर बयान दिया था। विक्रमादित्य के इस बयान ने हिमाचल से लेकर दिल्ली तक की सियासत में गरमाहट ला दी थी। पीडब्ल्यूडी मंत्री के इस बयान पर सीपीएस एवं कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट संजय अवस्थी ने किसी मंत्री का नाम लिए बगैर कहा था जिम्मेदारी बड़ी है तो सोच भी बड़ी रखनी चाहिए।
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सीपीएस संजय अवस्थी को दिया करारा जवाब
आज दिल्ली से लौटने पर विक्रमादित्य सिंह ने सीपीएस एवं कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट संजय अवस्थी को इसका करारा जवाब दिया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनकी जवाबदेही केवल पार्टी हाईकमान, मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के प्रति है। इसके अलावा किसी भी संवैधानिक या गैर संवैधानिक संस्था के लिए वह जवाबदेह नहीं हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनके बयान को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया है। उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है।
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हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट पहले ही दे चुका है फैसला
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्होंने वहीं कहा जो सुप्रीम कोर्ट और हिमाचल होईकोर्ट पहले ही कह चुके हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भोजनालय में आई.कार्ड को लेकर उन्होंने जो कुछ कहा, वह सुप्रीम कोर्ट साल 2010 और 2012 में कह चुका है। हिमाचल हाईकोर्ट ने 2023 में इसे लागू करने को कहा है। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडर प्रोटेक्शन ऑफ लाइवलीहुड एंड रेगुलेशन ऑफ स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट को 2014 में पंजीकरण का प्रावधान है।
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उनके बयान को गलत ढंग से किया पेश
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में एक्ट के लिए बनाए गए रूल्स 5 में पंजीकरण प्रावधान है। उन्होंने एक्ट की मूल भावना को ही लागू करने की बात कही थी। लेकिन उनके बयान को दूसरे राज्यों से जोड़कर राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया गया। उनके बयान तो तोड़मरोड़ कर और गलत ढंग से पेश किया गया।
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पार्टी हाईकमाने ने नहीं किया था उन्हें तलब
वहीं दिल्ली बुलावे पर विक्रमादित्य सिंह ने साफ कहा है कि उन्हें दिल्ली में तलब नहीं किया गया था। उनका दिल्ली दौरा पहले से तय था। दिल्ली में उन्होंने पार्टी हाईकमान को वस्तु स्थिति और एक्ट के प्रावधानांे से अवगत करवाया है। पार्टी हाईकमान पंजीकरण को लेकर नाराज नहीं है। हाईकमान का कन्सर्न दूसरे राज्य से पंजीकरण को जोड़ने की वजह से है।
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लोगों की आवाज उठाना मेरी जिम्मेदारी
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनका काम किसी को खुश करना नहीं है, बल्कि 70 लाख आबादी की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी है और अपनी जिम्मेदारी से वह कभी पीछे नहीं हटेंगे। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जब भी हिमाचल और हिमाचल वासियों के हितों की बात आएगी, वह अपनी आवाज उठाते रहेंगे।
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स्व. वीरभद्र सिंह के सिखाए सिद्धांतों पर चलता हूं
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पार्टी के सिद्धांतों पर चलना उनकी जिम्मेदारी है। इसके वह कभी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि स्वण् वीरभद्र सिंह ने उन्हें सिद्धांतों पर चलना सिखाया है। उन्होंने कहाए जिस विषय पर उन्होंने बात की थी। वह महत्वपूर्ण है। स्ट्रीट वेंडर मसले के समाधान के लिए स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने ऑल पार्टी कमेटी गठित कर रखी है। यह कमेटी निर्णय लेगी कि स्ट्रीट वेंडर को लेकर क्या करना है।