मंडी। हिमाचल में चुनावी जंग पारिवारिक कटाक्षों तक पहुंच गई है। चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इस तरह के आरोप सबसे ज्यादा मंडी संसदीय सीट पर चुनावी रण में उतरे भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के लगाए जा रहे हैं। इन्हीं आरोपों के बीच अब कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह कंगना के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए हैं। दरअसल विक्रमादित्य सिंह ने कंगना को मान हानि का नोटिस भेजा है।
परिवार पर टिप्पणी करने पर किया मान हानि का केस
कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह और उनके परिवार पर व्यक्तिगत टिप्पणियां करने के लिए भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। वहीं कंगना को मानहानि का नोटिस भी भेजा गया है।
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बीते रोज बुधवार को पार्टी के लीगल सेल ने चुनाव आयोग को दी शिकायत में कहा कि विक्रमादित्य सिंह की छवि को कंगना ने सार्वजनिक मंच से धूमिल करने के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
पार्टी ने उठाई नियमानुसार कार्रवाई की मांग
पार्टी के लीगल सेल ने भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग उठाई है। लीगल सेल ने अपनी शिकायत में बताया है कि विक्रमादित्य सिंह के चरित्र की सार्वजनिक मंच पर हत्या की गई है। उन्हंे गुंडा, चोर, बिगड़ा हुआ और हंसी का पात्र बताया जा रहा है। जो कि आदर्श आचार संहित के नियमों का उल्लंघन है।
काजा में हुए पथराव में जबरदस्ती कांग्रेस को घसीट रहे जयराम
अपनी शिकायत में कांग्रेस ने लिखा है कि कोई भी राजनीतिक दल का नेता चुनाव प्रचार में किसी के निजी जीवन पर हमला नहीं कर सकता है।
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वहीं चुनाव आयोग को सौंपी अपनी दूसरी शिकायत में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जयराम ठाकुर काजा में हुए पथराव के मामले में कांग्रेस को जबरदस्ती घसीटने का काम कर रहे हैं।
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जयराम ठाकुर अपने बयानों से कांग्रेस और उसके नेताओं को इस घटना के लिए जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। कांग्रेस ने आयोग से दोनों शिकायतों पर कड़ा संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
दो अधिकारियों के स्थानातंरण की भी उठाई मांग
वहीं कांग्रेस ने मंडी जिला के दो अधिकारियों के तबादले किए जाने की मांग की है। कांग्रेस के अनुसार यह दोंनों ही अधिकारी राजनीतिक तौर पर मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं। इसमें एक लोक निर्माण विभाग में कार्यरत एक कनिष्ठ अभियंता और दूसरा सुपरवाइजर है। इन दोनों अधिकारियों को अपने क्षेत्र से बाहर भजा जाना जरूरी है।