शिमला। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के विभागों में दो साल या उससे अधिक समय से खाली पदों को खत्म करने के फैसले पर घमासान मचा हुआ है। सरकार के इस फैसले का जहां बेरोजगार और विपक्ष लगातार विरोध जता रहा है। वहीं अब सीएम सुक्खू के कैबिनेट मंत्री ने भी अपनी ही सरकार के इस फैसले का विरोध किया है और इसे बदलवाने की बात कह दी है।
सुक्खू सरकार के फैसले का उनके अपने ही मंत्री ने किया विरोध
दरअसल आज शनिवार सुबह ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विभागों में खाली पदों को खत्म करने को लेकर उठे विवाद के बीच अपनी सफाई दी थी। लेकिन उसके कुछ ही देर बार लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी ही सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर इस मामले को हवा दे दी है।
विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट से गरमाइ सियासत
विक्रमादित्य सिंह ने अपने सोशल मीडिय पर एक पोस्ट डाल कर इस फैसले का विरोध किया है और इसे बदलवाने की बात कही है। विक्रमादित्य सिंह ने लिखा है कि ऐसी कोई भी अधिसूचना जारी विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ऐसी कोई भी अधिसूचना नहीं होगी जिस से स्वीकृत रिक्त पदों को समाप्त किया गया हैं, सिर्फ़ उसे कार्यात्मक पद में तब्दील करने की बात हैं। फिर भी अगर ऐसी कोई अधिसूचना वित्त विभाग द्वारा निकाली गई हैं हम उसे तब्दील करवाएंगे और कैबिनेट मीटिंग में इस विषय को गंभीरता से रखेंगे और इसका विरोध करेंगे। हिमाचल के हित सर्वश्रेष्ठ जय श्री राम
सरकार के किस फैसले पर मचा है घमासान
बता दें कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने सरकारी विभागों में दो साल से या उससे अधिक समय से खाली पदों को खत्म करने का फैसला लिया था। जिसको लेकर वित्त विभाग की तरफ से अधिसूचना भी जारी कर दी गई थी। सरकार के इस फैसले के बाद कर्मचारियों से लेकर आम जनता और विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। जिस पर आज यानी शनिवार को सीएम सुक्खू ने सरकार के इस फैसले पर सफाई दी।
सीएम सुक्खू ने क्या दी सफाई
शनिवार को सीएम सुक्खू ने कहा कि दो साल या इससे अधिक समय से खाली रिक्त पदों को समाप्त नहीं किया गया है, बल्कि इन पदों को आज के समय की जरूरत के हिसाब से भरने के लिए विभागों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। सीएम सुक्खू ने बताया कि जैसे आज के समय में टाइपिंग क्लर्क की जरूरत नहीं है। ऐसे में उन्हें जेओए आईटी में परिवर्तित किया जा रहा है।
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खत्म नहीं किए हैं, नए पदों में कन्वर्ट किए जाएंगे पद
सीएम सुक्खू ने बताया कि सिर्फ उन पदों को खत्म किया गया है जो आज के दौर में मायने नहीं रखते हैं। सीएम सुक्खू ने बताया कि विभागों से पूछा गया है कि वो बताएं कि उन्हें इनके बदले कौन से पद चाहिए, इन पदों को नए पदों में कन्वर्ट किया जाएगा। सीएम का कहना था कि यह पद 20 से 25 सालों से हैं, और इनके लिए बजट भी जारी किया होता है, लेकिन यह पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं। ऐसे में इन पदों को खत्म कर उनकी जगह नए पद भरे जाएंगे।
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जयराम ने सुक्खू सरकार को बताया "पलटूराम सरकार"
सीएम सुक्खू की इस सफाई के बीच ही अब विक्रमादित्य सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट ने हवा दे दी है। विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट पर लोग तरह तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। इस पूरे मामले में सुक्खू सरकार के खिलाफ विपक्ष को बैठे बैठाए ही एक सत्ता पक्ष पर निशाना साधने के लिए एक मुद्दा मिल गया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तो सुक्खू सरकार को "पलटूराम की सरकार" तक कह दिया है।