शिमला। हिमाचल में राज्यसभा चुनाव के बाद से शुरू हुई राजनीतिक उठापटक के बीच शिमला पुलिस ने सरकार गिराने और विधायकों की खरीद फरोख्त मामले की जांच तेज कर दी है। कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में गए विधायकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। इसी बीच शिमला के बालूगंज पुलिस ने आज सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा सहित नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो से लंबी पूछताछ की है।
क्रॉस वोटिंग से नहीं गिरती सरकार
पुलिस की पूछताछ के बाद राजेंद्र राणा ने कहा कि क्रॉस वोटिंग से सरकारें नहीं गिरती हैं। राणा का कहना था कि उन्होंने 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में बाहरी व्यक्ति को वोट नही दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित किया गया। उन्होंने कहा कि क्रॉस वोटिंग से सरकार नहीं गिरती। सरकार में क्यों उथल पुथल मची, इसका जवाब प्रदेश के मुखिया के पास होना चाहिए। सरकार अब केस दर्ज करवाकर उन्हें डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन वह डरने वालों में से नहीं हैं।
यह भी पढ़ें: CM सुक्खू के मंत्री पर फूटा कर्मचारियों का गुस्सा, बोले- हम आपके नौकर हैं क्या?
राणा बोले-साधन संपन्न हूं, कर सकता हूं हेलिकॉप्टर में सैर
वहीं हेलिकॉप्टर में घूमने पर भी राणा ने कहा कि वह साधन संपन्न हैं और पहली बार 5 स्टार होटल में नहीं रूके हैं। ना ही वह पहली बार हेलिकॉप्टर में बैठे हैं। इसको लेकर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। हां अगर किसी को कोई परेशानी है तो वह इसकी शिकायत इनकम टैक्स विभाग में कर सकता है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल में फिर बिगड़ेगा मौसम, 3 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी
राजेंद्र राणा ने सुक्खू सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
विधायक राजेंद्र राणा एक बार फिर सुक्खू सरकार पर हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए राजेंद्र राणा ने सुक्खू सरकार पर फिजुलखर्ची के आरोप लगाए। राणा ने कहा कि कांग्रेस झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आई है। सत्ता में आने के बाद उसकी सभी गारंटियां झूठी साबित हुई हैं। कांग्रेस को सत्ता में आए दो साल होने वाले हैं। लेकिन अभी तक दो लाख युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं मिली है।
यह भी पढ़ें: पब्बर नदी में गिरी कार, पति-पत्नी की गई जा.न, डेढ़ साल की बच्ची लापता
हर गारंटी निकली झूठी
महिला को 1500 रुपए भी नहीं मिले हैं। सरकार प्रदेश में कोई नई भर्ती करने में भी नाकाम साबित हुई। बल्कि पुराने रिजल्ट जो पेंडिंग हैं, उन्हें भी अभी तक नहीं निकाल पाई है। कुल मिलाकर सुक्खू सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। सीएम सुक्खू सिर्फ अपने चहेतों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश के कर्मचारी वर्ग, आम जनता के लिए उनके पास पैसे नहीं होते हैं।
यह भी पढ़ें: झूठी निकली सुक्खू सरकार! पक्की नौकरी का वादा कर आउटसोर्स पर भर रही 458 पद
चंडीगढ़ में 5 स्टार होटल में रूकते हैं सीएम
राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया कि सीएम सुक्खू बार.बार चंडीगढ़ जाते हैं और वहां पर हिमाचल भवन में ना रूक कर 5 स्टार होटल में रूकते हैं। होटल में उनसे मिलने कौन कौन आता है और वह किस किस का खर्चा प्रदेश सरकार के खजाने से लुटाते हैं। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।
यह भी पढ़ें: सुक्खू के मंत्री की कर्मचारियों को नसीहत, “हमारे पास नहीं है नोट छापने की मशीन”
अपने मित्रों और मंत्रियों की कोठियां चमकाने के लिए खर्च हो रहे पैसे
राजेंद्र राणा ने कहा कि आज हालात ऐसे हो गए है कि हिमाचल का कर्मचारी सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गया है। सीएम कर्मचारियों का दर्द समझने के बजाय उनके मंत्री कर्मचारियों को धमकी दे रहे हैं। बार बार खाली खजाने का राग अलापने वाले सीएम सुक्खू कैबिनेट रैंक प्राप्त अपने मित्रों के साथ.साथ अपने चहेतों की कोठियों और दफ्तरों के सौंदर्यकरण पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: CM सुक्खू को किसने दिया OPS बंद करने का सुझाव: क्या पहली गारंटी से भी पलट जाएंगे ?
पहले इनसे भी हो चुकी पूछताछ
आपको बता दें कि लोकसभा और विधासभा के उपचुनावों के दौरान CM सुक्खू ने सुधीर शर्मा और राजेंद्र राणा पर कई जुबानी प्रहार किए थे। साथ ही विधायकों के खरीद-फरोख्त का मामला विधानसभा उपचुनावों में जमकर चला था।
इस पूरे मामले में हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा से भी पुलिस कई बार पूछताछ कर चुकी है। उन्हें उपचुनावों के मध्य में भी कई बार बालूगंज थाना बुलाया गया था।
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी भी इसी मामले में कई बार बालूगंज थाना के चक्कर काट चुके हैं। इसी मामले में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा से भी पुलिस ने पूछताछ की है।
इन नेताओं पर पुलिस की नजर
शिमला पुलिस द्वारा अभी कांग्रेस के बागी व पूर्व विधायकों लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो से पूछताछ होनी है। जानकारी ये भी सामने आई है कि उत्तराखंड में नेताओं से भी इस पूरे मामले में पुलिस पूछताछ कर सकती है। भाजपा नेता विश्वास डोभाल का नाम होटलों में ठहरने और हवाई यात्राओं को लेकर किए गए खर्च में सामने आ रहा है। इनको भी पुलिस थाने बुला सकती है।
यह भी पढ़ें: 8 महीने के बच्चे को रोता छोड़ प्रेमी संग फरार हुई पत्नी, दर-दर भटक रहा पति
कांग्रेस विधायकों ने किया था मामला दर्ज
बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के विधायक हिमाचल छोड़ पंचकूला पहुंचे। इसके बाद वे ऋषिकेश गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस पूरे मामले में 10 मार्च को बालूगंज थाना में कांग्रेस के दो विधायकों संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने मामला दर्ज किया।
हेलीकॉप्टर के खर्च पर भी जांच
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व छह बागी सहित तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों के खर्चों को किसी फार्मा कंपनी द्वारा चुकाया गया था। वहीं ये लोग हेलीकॉप्टर के माध्यम से हिमाचल पहुंचे थे। हेलीकॉप्टर के खर्च के लिए पुलिस पहले भी जांच कर चुकी है। जिसके लिए पुलिस टीम गुड़गांव भी गई थी। वहीं देहरादून में होटलों के बिलों के भुगतान के लिए पुलिस अपनी जांच तेज कर रही है।