शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार इस समय गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है, जिसका असर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स पर पड़ा है। राज्य सरकार DA और एरियर का भुगतान नहीं कर पा रही, जिससे कर्मचारी वर्ग सरकार के प्रति नाखुश हो गया है। जिसके बाद से देश भर में हिमाचल की चर्चा हो रही है। इसी सब के बीच हाईकमान भी शिमला में है और प्रतिभा सिंह ने कांग्रेस की बड़ी बैठक बुलाई ।
आज होगी अहम बैठक
बता दें कि आज कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री सुक्खविंदर सिंह सुक्खू , उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और अन्य प्रमुख पार्टी नेता शामिल होंगे।
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बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्तमान वित्तीय संकट पर चर्चा करना और कर्मचारियों की नाराजगी के मुद्दे पर एक ठोस योजना बनाना है। इसके अतिरिक्त, बैठक में अवैध मस्जिद निर्माण के मामले पर भी चर्चा होने की संभावना है, जो प्रदेश में एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है।
हाईकमान की भी नजर
हाल के दिनों में, कर्मचारियों की नाराजगी इतनी बढ़ गई है कि यह मामला कांग्रेस हाईकमान तक पहुंच चुका है। पार्टी में आंतरिक मतभेद और असंतोष की गूंज अब उच्च स्तर पर सुनाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार, कई कर्मचारी संगठनों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन की योजना बनाई है। जिससे कांग्रेस पार्टी को आगामी चुनावों में संभावित नुकसान हो सकता है।
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बता दें कि सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने अब अपनी रणनीति में बदलाव करने का निर्णय लिया है। राज्य के खजाने की स्थिति को सुधारने के लिए कई कड़े कदम उठाने की योजना है। इनमें से एक कदम भाजपा के समय दी गई मुफ्त बिजली और पानी जैसी सुविधाओं को वापस लेना है। सरकार का मानना है कि इससे वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और खजाने को मजबूत किया जा सकेगा।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
राज्य कांग्रेस संगठन महामंत्री रजनीश किमटा ने बताया कि बैठक में संगठन से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी को भाजपा के किसी भी दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देने की योजना भी बनाई जाएगी। सभी पार्टी नेताओं को इस बैठक में शामिल होने के लिए अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की हिदायत दी गई है।
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वहीं, हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए कई सुझाव भी सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को अपनी प्राथमिकताएँ बदलने और वित्तीय प्रबंधन में सुधार करने की आवश्यकता है। यदि सरकार अपने खर्चों को नियंत्रित नहीं करती और राजस्व बढ़ाने के उपाय नहीं अपनाती, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
चुनावों के मध्यनजर बैठक महत्त्वपूर्ण
हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अगर पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को सही समय पर नहीं संभाल पाई, तो इसका असर न केवल कांग्रेस के भीतर बल्कि पार्टी के भविष्य पर भी पड़ सकता है।
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प्रतिभा सिंह की बैठक का परिणाम बहुत महत्वपूर्ण होगा। यह बैठक तय करेगी कि कांग्रेस किस दिशा में बढ़ेगी और क्या वह अपनी आधारभूत समस्याओं का समाधान कर पाएगी या नहीं।