शिमला। लोकसभा चुनाव खत्म होते ही हिमाचल प्रदेश और केंद्र के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया है। PWD और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और प्रदेश के लिए 50 करोड़ रुपए के बजट पर मंजूरी ली है।
मांगा पहले का 150 करोड़
विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल में लोकसभा चुनाव से पहले चल रहे प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने का आह्वान किया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से जिला शिमला में खमाडी-टिक्कर सड़क के लिए CIRF के अंतर्गत 50 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी ली।
इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाली लोक निर्माण विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए केंद्रीय मंत्री की ओर से पहले ही घोषित 150 करोड़ रुपए जारी करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय को प्रस्तुत NH-5 के एक हिस्से के 70 करोड़ रुपए के पुनर्वास का अनुमान अभी लंबित है। आगामी अगस्त में पवित्र मणिमहेश यात्रा शुरू होने को ध्यान में रखते हुए उसे जल्द मंजूरी देने का अनुरोध किया।
नितिन गडकरी से मिले विक्रमादित्य
विक्रमादित्य ने कहा कि राज्य में आगामी मानसून सीजन को देखते हुए यह बहुत जरूरी है। दोनों नेताओं के बीच भारत सेतु और सेंट्रल रोड इन्फ्रास्ट्रकचर फंड समेत अन्य प्रोजेक्ट पर चर्चा भी की गई।
यातायात की समस्या होगी हल
विक्रमादित्य सिंह ने कमांद-कटौला और चैलचौक-पंडोह सड़कों के रखरखाव और मरम्मत के लिए NHAI को पहले से प्रस्तुत 30 करोड़ रुपए के अनुमान को जल्द मंजूरी देने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि NH के क्षतिग्रस्त होने पर इन सड़कों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह सभी मौसम के लिए उपयुक्त सड़कें हैं। ऐसे में इनका सुधार कुल्लू-मनाली की ओर यातायात की समस्या को हल करने में सहायक हो सकता है।
विक्रमादित्य ने कहा कि मसौदा वार्षिक योजना में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं हटा दी गई हैं। उन्होंने वार्षिक योजना 2024-25 में इन परियोजनाओं को शामिल करने का आग्रह किया।
तालमेल बना काम करने की जरूरत
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कई प्रोजेक्ट्स पर लोकसभा चुनाव से पहले काम चल रहा था। मगर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सभी गतिविधियां थम गई थी। विक्रमादित्य सिंह ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि प्रदेश के विकास के लिए केंद्र सरकार के साथ तालमेल बनाकर काम करने की जरूरत है।