शिमला। हिमाचल प्रदेश में समोसे पर सियासत गरमा गई है। अब विपक्ष ने भी इस इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी समोसे की सियासत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और प्रदेश की सुक्खू सरकार पर तंज कसे हैं।
दरअसल सीआईडी के एक सम्मेलन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए लाए गए समोसे और केक उनके सुरक्षाकर्मियों को बांट दिए थे। जिसकी बाद में सीआईडी जांच करवाई गई और रिपोर्ट भी बनाई गई। समोसे की सीआईडी जांच का यह मामला अब प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जयराम ठाकुर ने कसा तंज
बताया जा रहा है कि सीआईडी जांच के बाद इसकी रिपोर्ट में इस सारी घटना को सरकार विरोधी बताया गया था। जिस पर पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने भी तंज कसा है। जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए एक बयान में पूछा है कि विपक्ष ने वे समोसे नहीं खाए, जिन्हें वे समोसे परोसे गए, वह लोग सरकार का ही हिस्सा थे। तो यह कृत्य सरकार विरोधी कैसे हो सकता है।
यह भी पढ़ें : दिल्ली पहुंचे सीएम सुक्खू, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बढ़ गई धुकधुकी; जानें क्यों
सरकार करवा रही जगहंसाई
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार बिना सोचे समझे फैसले ले रही है। जो बाद में जगहंसाई बन रहे हैं। पहले टॉयलेट टैक्स और अब समोसे की सीबीआई जांच कांग्रेस सरकार के ऐसे ही हास्यपद फैसले हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस कार्यकाल में बड़े बड़े भ्रष्टाचार हो रहे हैं, उस पर जांच की बजाय कांग्रेस सरकार समोसे की सीबीआई जांच करवा रही है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : लुटेरे के साथ हुआ मोए-मोए, रिवॉल्वर दिखा स्टूडेंट से छीनी बाइक और फिर…
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि ये विवाद तब शुरू हुआ जब बीती 21 अक्टूबर को सीएम सुक्खू शिमला स्थित सीआईडी मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए हुए थे। इस दौरान सीएम सुक्खू के लिए लक्कड़ बाजार स्थित रेडिसन ब्लू होटल से नाश्ते में समोसे और केक मंगवाए गए थे। लेकिन यह नाश्ता सीएम सुक्खू को परोसने की बजाय उनके स्टाफ को परोस दिया गया। ऐसे में इस बात को लेकर बवाल मच गया और इस पर सीआईडी के बड़े अधिकारी द्वारा जांच करवाई गई।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : समोसे पर सियासत! CM तक नहीं पहुंचा तो बैठा दी CID जांच
सरकार विरोधी किया काम
इस पर सीआईडी विभाग के अधिकारी का कहना है कि जांच रिपोर्ट में नामित सभी व्यक्तियों ने सीआईडी और सरकार विरोधी तरीके से काम किया है। उनकी गलती के कारण सीएम सुक्खू और वीवीआईपी को ये चीजें नहीं मिल पाई। जिसके बाद से समोसे की सियासत गरमा गई है।