शिमला। हिमाचल में एक बार फिर सियासत गर्मागई है। कांग्रेस के छह बागियों की पहले ही विधानसभा सदस्यता रद्द की जा चुकी थी। वहीं अब तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार की मुश्किलें और बीजेपी के लोट्स मिशन के आसार बनने लगे हैं। तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी मीडिया को संबोधित करते हुए इसके संकेत दे दिए हैं।
केंद्र के साथ हिमाचल में बनेगी बीजेपी सरकार
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज यानी शुक्रवार को शिमला में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि केंद्र के साथ साथ हिमाचल में भी बीजेपी की सरकार बनने वाली है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहा है। उन्होंने दावा किया है कि जून में केंद्र के साथ साथ हिमाचल में भी बीजेपी की सरकार बनेगी। जयराम ठाकुर ने आज शाम को विधायक दल की बैठक भी बुलाई है। जिसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस के तीन मंत्री दे रहे थे प्रलोभन
जयराम ठाकुर ने खुलासा किया कि कांग्रेस के तीन मंत्री दिल्ली में बैठे कांग्रेस के छह बागियों और तीन निर्दलीयों को फोन कर वापस लौटने के लिए प्रलोभन दे रहे थे। कांग्रेस के इन मंत्रियों का कहना है कि आप वापस आ जाओए आपको बहाल कर देंगे। उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने के प्रलोभन दे रहे हैं।
इस्तीफा देने के बाद वापस दिल्ली लौटे तीनों निर्दलीय
बता दें कि आज चार्टेड प्लेन में शिमला पहुंचे तीनों निर्दलीय विधायक जयराम ठाकुर के साथ विधानसभा पहुंचे और यहां पर उन्होंने सचिव को अपने अपने इस्तीफे सौंपे। जिसके बाद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया और फिर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से राजभवन में जाकर मुलाकात की और राज्यपाल को अपने विधानसभा की सदस्यता से दिए इस्तीफे की जानकारी दी।
राज्यपाल से भी की मुलाकात
बताया जा रहा है कि तीनों निर्दलीय विधायकों के साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी साये की तरह साथ में ही रहे। राज्यपाल से मिलने के बाद होशियार सिंह, आशिष शर्मा और केएल ठाकुर वापस दिल्ली लौट गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि छह कांग्रेस के बागियों के साथ साथ यह तीन भी जल्द ही भगवा चोला पहन कर वापस हिमाचल लौटेंगे।
जयराम ने सुक्खू पर बोला हमला
शिमला में जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर भी हमला बोला। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार में पिछले 15 माह से रूठने मनाने का दौर चल रहा है। कांग्रेस पार्टी और सरकार में स्थिति हास्यस्पद बन चुकी है। आज कांग्रेस के हालात यह हो गए हैं कि इनके कई बड़े नेता चुनाव लड़ने से डर रहे हैं और उन्होंने खुद ही चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है।