शिमला। हिमाचल प्रदेश में कथित घाटे का सौदा बने हुए HPTDC होटलों को घाटे से उबारने के लिए सरकार ने नया प्लान बना लिया है। सरकार ने तय किया है की HPTDC के होटलों को घाटे से निकालने के लिए अब उन्हें 3 अलग - अलग केटेगरी में बांटा जाएगा।
सुक्खू सरकार ने बनाया नया प्लान
इसके बाद बांटी गई केटेगरी के हिसाब से होटलों का जीर्णोधार किया जाएगा। साथ ही सभी सुविधाओं में बेहतरी की जाएगी ताकि इन होटलों की आय मौजूदा समय से ज्यादा हो सके।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : शराब पीकर बस चला रहा था HRTC ड्राइवर, स्कूली बच्चों समेत 30 थे सवार
3 कैटेगरी में बांटे जाएंगे होटल
आपको बता दें HPTDC के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम अपने होटलों को 3 कैटेगरी में बांटने जा रहा है। होटलों की तीनों केटेगरी उनकी आय के हिसाब से तय होंगी। इनमें सबसे ज्यादा से सबसे कम आय वाले होटल होंगे।
होटलों को A, B और C कैटेगरी के हिसाब से बांटा जाएगा। जिसमें-
- A केटेगरी में ऐसे होटलों को रखा जाएगा- जिनकी आय सबसे बेहतर है। इन होटलों को और बेहतर आय के लिए तैयार किया जाएगा।
- B केटेगरी में ऐसे होटलों को रखा जाएगा- जिनकी आय सिमित है। इन होटलों को थोड़ा रेनोवेट और मॉडिफाई करने के बाद आय बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।
- C केटेगरी में ऐसे होटलों को रखा जाएगा- जो कि बहुत कम आय वाले होटल है। ऐसे होटलों में सबसे ज्यादा परिवर्तन करने की आवश्यकता है ताकि इनसे भी बेहतर आय आ सके।
यह भी पढ़ें : CM सुक्खू ने फिर बुलाई कैबिनेट बैठक, जानें कब होगी और क्या रहेंगे मुद्दे
नए कर्मचारी भी होंगे भर्ती
साथ ही HPTDC के होटलों में बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए नए स्टाफ को भी भारती किया जाएगा। जिसमें टेक्निकल स्टाफ स्पेशलाइज कुक, विभिन्न विभागों के मैनेजरों को भी भर्ती किया जाना है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने प्रपोजल को मंजूरी दी थी और अब HPTDC की BOD में भी इसे पास कर लिया गया है।
कुछ होटल होंगे रेनोवेट
इसके साथ ही निगम ने रेनोवेशन के लिए शिमला के 2 और हमीरपुर के 1 होटल का चयन किया गया है। इससे जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए निगम ने एक सप्ताह का समय निर्धारित किया है।
यह भी पढ़ें : न्यू प्रेम बस ने रौंदी कार, बेटे के सामने मां ने ली अंतिम सांस
बताया गया है की होटलों को रेनोवेट करने के लिए 16 करोड़ की लागत आएगी। चयनित किए गए तीनों ही होटल निगम के बड़े होटल माने जाते हैं। HPTDC के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली का कहना है की वो इन्हें फाइव स्टार प्रॉपर्ट में अपडेट करना चाहते थे, लेकिन समय की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाएगा।
कोर्ट ने बंद करने के दिए थे आदेश
विदित रहे कि इससे पहले हिमाचल उच्च न्यायालय ने HPTDC के 18 होटलों को सफेद हाथी कहकर बंद करने का फैसला सुनाया था। मगर इसके हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने उच्च न्यायालय के समक्ष एक आवेदन दायर कर आदेशों में संशोधन की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने होटलों को बंद करने के फैसले पर स्टे लगा दिया था।
यह भी पढ़ें : शराब पीकर बस चला रहा था HRTC ड्राइवर, स्कूली बच्चों समेत 30 थे सवार
वहीं, कोर्ट के पहले आदेशों के बाद HPTDC के कर्मचारियों ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर HPTDC के चेयरमेन रघुबीर सिंह बाली पर गंभीर आरोप लगाए थे। कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि होटलों का निजीकरण करने की खातिर कोर्ट में जानबूझकर गलत आंकड़े पेश किए गए और मामला कमजोर किया गया है।
साथ ही अध्यक्ष द्वारा निगम में अपने चहेतों को भर्ती करवाया जा रहा है-जिससे निगम में बिना काम सीखे लोग भर्ती हो रहें हैं। जिसके बाद HPTDC के चेयरमेन रघुबीर सिंह बाली ने कर्मचारियों को आरोप सिद्ध करने की चेतावनी दी थी।