शिमला। विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन जहां एक ओर अंदर सदन विपक्ष के सवालों से तप रहा था। वहीं, रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने विधानसभा का घेराव किया। नई भर्ती ना होने से नाराज चल रहे बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने सरकार दे खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विधानसभा परिसर में घुसने का प्रयास किया।
जला देंगे अपनी डिग्रियां
रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने चौड़ा मैदान पर लगी बैरिकेड्स के आगे जाने के प्रयास किया। इस दौरान बेरोजगार युवाओं की पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी देखने को मिली।
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बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष रमेश राजपूत ने कहा कि वह लंबे समय से रोजगार का इंतजार कर रहे हैं। यदि सरकार रोजगार नहीं देती तो हम अपनी डिग्रियों को जला देंगे।
6 बार कर चुके प्रदर्शन
वहीं, रमेश राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लंबे समय से मांगो को लेकर आंदोलनरत है। सरकार लंबे समय से उनकी मांगो को नहीं मान रही है। संघ ने बताया कि 7 वर्षों में 14 बार अपनी मांगों को लेकर वे सरकार के पास आ चुके है। लेकिन आज दिन तक सुनवाई नहीं हुई। वहीं, 6 बार आंदोलन भी कर चुके लेकिन कुछ हुआ नहीं। आज मजबूरन उन्हें परिवार सहित सड़कों पर उतरना पड़ा है।
सरकार जल्द करे भर्ती
बेरोजगारों को कहना है कि वे शांतिपूर्वक सरकार से मिलना चाहते है और उनसे जल्द भर्ती की मांग को उठाना चाहते है, लेकिन उन्हें मिलने नही दिया जा रहा और यहां बैरिकेड्स लगा दिए गए। जिसके बाद बैरिकेड्स तोड़ परिसर में जाने की कोशिश की गई।
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1998 से कर रहे इंतजार
बेरोजगार शिक्षकों ने कहा कि शिक्षकों की कमी के कारण प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिर रहा है। उन्होंने कहा कि कई शिक्षक 1998 के बेरोजगार है। सरकार को चाहिए कि 50 फीसदी पद कमीशन व 50 फीसदी सीधी भर्ती के माध्यम से भर्तियां शुरू की कर दे। यदि मांगो को नहीं माना जाता तो शिक्षक अपनी डिग्रियों को सामूहिक रूप से जलाएंगे और अपने आंदोलन को और उग्र करेंगे।