शिमला। हिमाचल में विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होने के बाद से एक बार फिर सियासत गरमा गई है। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन के लिए मंथन कर रही है। सीएम सुक्खू दिल्ली में शीर्ष नेताओं से चर्चा करने के बाद वापस लौट आए हैं। अब सबकी निगाहें कांग्रेस के उम्मीदवारों पर टिकी हुई हैं।
बाहरी नेताओं की एंट्री ने बढ़ाई सियासी हलचल
सीएम सुक्खू ने अगले दो दिन में उम्मीदवारों की घोषणा की बात कही है। जिससे टिकट के तलबगारों की धुक धुकी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस काफी सोच समझ कर ही उम्मीदवारों का चयन करेगी। जिसके लिए बाहरी नेताओं की भी एंट्री करवाई जा सकती है। तीन में से दो नालागढ़ और देहरा सीट पर कांग्रेस बाहरी नेताओं की एंट्री करवा कर उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है।
बीजेपी के नाराज नेताओं से जंग जीतने की तैयारी में कांग्रेस
भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। निर्दलीय को टिकट देने से कई भाजपा नेता बगावत पर उतर आए हैं। इसका कांग्रेस फायदा उठाना चाहती है। छह सीटों पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस ने यही प्रयोग किया था। कांग्रेस ने गगरेट व व सुजानपुर में इस प्रयोग से दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की थी। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बार भी इसी प्रयोग को अपना सकती है और बाहरी नेताओं को एंट्री करवा सकती है।
लखविंदर की हो सकती है घर वापसी
नालागढ़ में पूर्व विधायक लखविंदर राणा कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब भाजपा ने उन्हें टिकट न देकर केएल ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में अंदरखाते लखविंदर राणा भी केएल ठाकुर का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस लखविंदर की घर वापसी करवा कर उसे टिकट देकर चुनावी दंगल में अपना योद्धा बना सकती है।
वीरभद्र के करीबी रहे हैं हरदीप बावा
बाहरी नेताओं की बात सामने आने के बाद से टिकट की दौड़ में शामिल पार्टी के धड़े में हलचल बढ़ गई है। हालांकि टिकट की दौड़ में हरदीप बावा सबसे आगे माने जा रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी थे। हरदीप बावा लंबे समय से इंटक के अध्यक्ष की कमान भी संभाल रहे हैं।
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कांग्रेस का एक धड़ा हरदीप बावा को टिकट देने की पैरवी कर रहा है। वहीं एक धड़ा अंदरखाते इसका विरोध कर रहा है। हरदीप बावा के अलावा कुछ अन्य नामों पर भी मंथन चल रहा है।
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देहरा में रमेश धवाला ने उलझाई कांग्रेस
वहीं दूसरी तरफ देहरा से कांग्रेस के पूर्व में प्रत्याशी रहे डॉ राजेश शर्मा टिकट की दौड़ में शामिल हैं। उनके साथ कल्याण बोर्ड के चेयरमैन नरदेव कंवर भी टिकट की मांग कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस यहां से किसे टिकट देती है यह सोचने वाली बात है।
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देहरा से भाजपा का टिकट ना मिलने से बगावत पर उतरे भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश धवाला भी कांग्रेस में जाने को तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस उन्हें टिकट देगी या नहीं इस पर अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।