शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के रिज मैदान पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और छह बार के मुख्यमंत्री रहे दिवगंत राजा वीरभद्र सिंह को दो गज जमीन नहीं मिल पा रही है। हिमाचल में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी वीरभद्र की प्रतिमा के लिए दो गज जमीन ना मिलना कहीं ना कहीं राजनीतिक रंजिश मानी जा रही है। इसे बीते जमाने में राजा वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू के कड़वाहट भरे रिश्तों से भी जोड़ा जा रहा है। अब इस मामले में सीएम सुक्खू और संगठन की मुखिया प्रतिभा सिंह के बीच एक बार फिर विवाद गहराने लगा है।
कांग्रेस नेता लंबे समय से कर रहे मांग
दरअसल हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस के कुछ नेताआंे ने रिज मैदान पर अपने चहेते और आधुनिक हिमाचल के निर्माता रहे दिवगंत वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की। नेताओं ने इस प्रस्ताव को सुक्खू सरकार के पास भी भेजा। लेकिन सुक्खू सरकार ने इस पर कुछ नहीं किया। यह मामला काफी दिनों तक चर्चा में रहा था।
वीरभद्र की जयंती पर फिर उछला मामला
बीते रोज दिवगंत राजा वीरभद्र सिंह की 91वीं जयंती थी। ऐसे में उनकी प्रतिमा लगाए जाने का मुद्दा एक बार फिर उठा। जिस पर सीएम सुक्खू और प्रतिभा सिंह एक बार फिर आमने सामने आ गए। रिज पर वीरभद्र की प्रतिमा पर जहां सीएम सुक्खू ने गोलमोल जवाब दिया और रिज पर राष्ट्रीय नेताओं की प्रतिमा लगने की बात कही। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने के लिए सरकार आसपास जगह देख रही है।
यह भी पढ़ें: एक्शन में सरकार: पहले दो घंटे थाने में बैठाया, फिर घर के बाहर चलवा दी JCB
सीएम बोले रिज पर लगती है राष्ट्रीय नेताओं की प्रतिमा
वहीं सीएम सुक्खू के इस बयान पर प्रतिभा सिंह नाराज दिखीं और उन्होंने कहा कि दिवगंत राजा वीरभद्र सिंह राष्ट्रीय नेताओं से कम नहीं थे। उन्होंने जहां आधुनिक हिमाचल का निर्माण करवाया, वहीं उन्होंने केंद्र में भी कई पदों पर काम किया है। ऐसे में उनका कद भी राष्ट्रीय नेताओं के बराबर ही है। उन्होंने इस बारे में सीएम सुक्खू से दोबारा बात करने की बात कही है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल के एक और टीचर ने छेड़ दी छात्राएं: बोला- घर पर बताया तो फेल कर दूंगा
प्रतिभा ने वीरभद्र को बताया राष्ट्रीय नेता
अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार सीएम सुक्खू रिज पर वीरभद्र की प्रतिमा लगाने से परहेज क्यों कर रहे हैं। बता दें कि वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। वीरभद्र सिंह को सुखविंदर सिंह सुक्खू फूटी आंख नहीं भाते थे।
यह भी पढ़ें: हिमाचल ने लगाई केंद्र से गुहार: 10 करोड़ दे दो सरकार, विकास करवाना है
जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, उस समय भी कांग्रेस में दो गुट सक्रिय हो गए थे। एक सुक्खू गुट था तो दूसरी तरफ वीरभद्र गुट था। राजनीतिक जानकारों की मानें तो वीरभद्र और सुक्खू के बीच की अनबन ही रिज पर राजा साहेब की प्रतिमा नहीं लगने दे रही है।
रिज पर प्रतिमा को लेकर विक्रमादित्य ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि फरवरी माह में कांग्रेस के बीच घमासान मच गया था। उस समय कांग्रेस के लोक निर्माण विभाग के मंत्री और दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
यह भी पढ़ें: वीरभद्र जयंती पर फिर आमने-सामने हुए सुक्खू-प्रतिभा: रिज पर कब लगेगी प्रतिमा ?
उन्होंने रोते हुए सीएम सुक्खू पर आरोप लगाया था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद रिज पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने के लिए सरकार दो गज जमीन नहीं दे पा रही है।