#राजनीति
March 17, 2025
बजट सत्र में CM सुक्खू का शायराना अंदाज : इन तीन शेरों से लूट ली महफिल
CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के मजदूरों के लिए एक राहत की घोषणा की है
शेयर करें:
शिमला। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट सत्र के दौरान शायराना अंदाज में अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने शेर पढ़कर विधानसभा में एक विशेष माहौल बनाया। सीएम सुक्खू ने पहले शेर के जरिए अपने उसूलों की बात की, "उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना जरूरी है, जो ज़िन्दा हों तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है।"
इस शेर में सीएम ने अपने मजबूत विचारों और सिद्धांतों की बात की, जो किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं। यह शेर उनके आत्मविश्वास और संघर्ष के प्रतीक के रूप में सामने आया।
वहीं शुरुआत में मुख्यमंत्री ने एक और शेर पढ़ा जिसमें उन्होंने यह संदेश दिया कि वे अपने लक्ष्य को धीरे-धीरे और मेहनत से प्राप्त करते हैं, "न गिराया किसी को, कभी न किसी को उछाला, जहां आप पहुंचे छलांगें लगा-लगाकर, मैं भी वहां पहुंचा धीरे-धीरे।"
अंत में, मुख्यमंत्री ने समंदर का उदाहरण देते हुए एक और शेर पढ़ा, "मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा, चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना।" इस शेर के माध्यम से मुख्यमंत्री ने जीवन में संतुलन और शांति के महत्व को दर्शाया, जो बिना हंगामे के अपने रास्ते पर निरंतर बढ़ते रहने का संदेश देता है।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर वित्तमंत्री प्रदेश का तीसरा बजट विधानसभा में पेश किया। यह बजट कांग्रेस सरकार के तहत उनका तीसरा बजट है, जिसमें राज्य की आर्थिक स्थिति, विकासात्मक योजनाएं और किसानों की सहायता के लिए कई अहम घोषणाएं की जा रही है। सीएम सुक्खू ने इसमें विभिन्न क्षेत्रों में सुधार की दिशा में कई योजनाओं का एलान कर रहे हैं।
CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के मजदूरों के लिए एक राहत की घोषणा की है। अब मजदूरों को उनकी दिहाड़ी में 25 रुपये की बढ़ोतरी मिलेंगी, जिसके बाद अब उनकी दिहाड़ी 425 रुपये होगी।
सुक्खू ने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए भी एक अहम घोषणा की। इन कर्मचारियों को अब न्यूनतम वेतन 12,750 रुपये मिलेगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले समय में आउटसोर्स भर्ती धीरे-धीरे कम की जाएगी, ताकि कर्मचारियों का शोषण न हो।
मुख्यमंत्री ने इस बात का भरोसा भी दिलाया कि सरकार उन कर्मचारियों के लिए एक ऐसी योजना लाएगी, जिससे उनके अधिकारों का उल्लंघन न हो और उनका शोषण न किया जाए।
सुक्खू ने कहा कि कॉलेजों में विभिन्न श्रेणियों के 1000 पद, पुलिस विभाग में 1226 कांस्टेबल पद और पंचायत सहायकों के 853 पद भरे जाएंगे। इस भर्ती के माध्यम से युवाओं को रोजगार मिलेगा और राज्य में रोजगार की स्थिति में सुधार होगा। यह कदम राज्य में रोजगार सृजन के प्रति मुख्यमंत्री के संकल्प को दर्शाता है, जिससे प्रदेश के युवाओं को अपने करियर में सफलता पाने का अवसर मिलेगा।
CM ने कहा कि NPS शुरू करने का दबाव बनाया जा रहा है। कर्मचारी से विचार करके निर्णय लेंगे। जब हमारी सरकार सत्ता में आई तो 10 हजार करोड़ की देनदारी पूर्व सरकार ने लंबित रखी। प्रथम चरण में 70 से 74 वर्ष के आयु वर्ग के पेंशनर के एरियर का भुगतान इसी साल कर दिया जाएगा। प्रथम से चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का एरियर चरणबद्ध ढंग से किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के डॉक्टरों के वेतन में भी वृद्धि की घोषणा की। अब डॉक्टरों को 1.30 लाख रुपये का वेतन मिलेगा। इसके अलावा, अस्पतालों में 1 हजार रोगी मित्र नियुक्त किए जाएंगे, जिन्हें 15,000 रुपये मासिक वेतन मिलेगा।
प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और चमियाणा एम्स में पीजी कर रहे प्रशिक्षु डॉक्टरों को मिलने वाली 60 से 65 हजार की स्टाइपेंड राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपए करने की घोषणा की। प्रदेश के अस्पतालों में 1000 रोगी मित्र भर्ती किए जाएंगे। इन्हें 15 हजार रुपए दिए जाएंगे। आउटसोर्स पर नियुक्ति ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट और रेडियोग्राफर का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 18 से 59 साल की पात्र महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह देने की घोषणा की। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को चरणबद्ध तरीके से यह राशि दी जाएगी। सीएम ने यह भी बताया कि 1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2026 तक, 21 साल की उम्र पूरी करने वाली हर पात्र बेटी को इस योजना से 1500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। इसके अलावा, जो महिलाएं दूसरों के घरों में काम करके अपने परिवार का गुजारा करती हैं, उन्हें भी इस योजना में शामिल कर 1 जून 2025 से लाभ मिलने की शुरुआत होगी। इन महिलाओं की पात्र बेटियां भी 1500 रुपये प्रतिमाह प्राप्त करेंगी।
हिमाचल में महिलाओं को 1500 रुपए की सहायता मिल रही है। आगामी वित्त वर्ष में योजना का 1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2026 के बीच हर बेटी को 1500 रुपए मिलेंगे। हर बेटी को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना का लाभ मिलेगा।
BPL परिवारों में जन्म लेने वाले परिवार की दो बालिकाओं के लिए सीएम सुख शिक्षा योजना। बालिका के जन्म पर 25 हजार रुपए सरकार जमा करेगी, जो बालिका को 18 से 27 साल की उम्र के बीच 2 लाख रुपए मिलेंगे।
इसके अलावा-
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मनरेगा मजदूरों के लिए एक व्यापक योजना लागू करने की घोषणा की। इसके तहत, मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी 300 रुपए से बढ़ाकर 320 रुपए की जाएगी। इस कदम से मजदूरों को आर्थिक राहत मिलेगी और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।