हमीरपुर: देश भर में लोकसभा चुनावों के बाद से ही चुनाव परिणामों की अटकलें लगाई जा रही थीं। हिमाचल की राजनीतिक फेर बदल पर भी देश भर की नजरें टिकी हुई थीं। हिमाचल में लोकसभा चुनाव के साथ.साथ विधान सभा की 6 सीटो पर भी वोटिंग हुई थी। आज लोकसभा चुनावों के साथ.साथ हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपचुनावों की मतगणना के बाद स्थिति स्पष्ट होती नजर आ रही है। हिमाचल में उपचुनाव में कांग्रेस ने चार सीटों पर विजय पताका लहरा कर अपनी सरकार को और मजबूत कर लिया है।
इंद्रदत्त लखनपाल ने मारी बाजी
सूचना के मुताबिक बड़सर से भाजपा प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल उपचुनावों में बाजी मार चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष चंद को लगभग 2317 वोटों के मार्जन हरा दिया है। लखनपाल अब फिर से हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नज़र आएंगे।
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धरे के धरे रह गए आरोप
इंद्र दत्त लखनपाल द्वारा भाजपा का दामन थामने के बाद से ही सीएम सुक्खू व उप मुख्यमंत्री अग्निहोत्री बागी विधायक को निशाने में लिए हुए थे। सीएम सुक्खू ने तो पैसे लेकर पार्टी बदलने तक का आरोप भी लगा दिया था। किन्तु बड़सर की जनता को सीएम की बातों पर विश्वास नहीं आया तथा जनता ने लखनपाल को फिर से विजयी बनाया।
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विपक्ष में होंगे आब लखनपाल
बड़सर की सीट जितने के बाद भी इंद्रदत्त लखनपाल विपक्ष के खेमें में ही नज़र आएंगे। क्योंकि विधानसभा उपचुनावों में भाजपा 6 में से केवल दो ही सीटों पर जीतती नज़र आ रही है। जो कि सत्ता के जादुई नंबर तक पहुंचता नहीं दिखाई दे रहा।
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एक और उपचुनाव की हो रही तैयारी
लोकसभा और विधानसभा चुनावों की गिनती से एकदम पहले हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष और कुलदीप सिंह पठानीया ने एक और राजनितिक चाल चली है। विधानसभा अध्यक्ष ने तीनों निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। जिससे कि अब ते साफ़ हो गया है कि हिमाचल की जनता को एक और उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा।