शिमला। हिमाचल प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव से पहले नई ग्राम पंचायतों का गठन किया जाएगा। इसके साथ ही पंचायतों का पुनर्सीमांकन भी होगा। सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधीशों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगे हैं। मौजूदा समय में प्रदेश में 3,615 ग्राम पंचायतें हैं। यदि नई पंचायतों का गठन होता है तो कई पंचायतों की सीमाएं बदलेंगी और इन्हें नए सिरे से पुनर्सीमांकित किया जाएगा।
अप्रैल 2025 तक पूरा करना होगा यह काम
पंचायती राज विभाग के अनुसार, नई पंचायतों का गठन और पुनर्सीमांकन का कार्य अप्रैल तक पूरा करना होगा ताकि आरक्षण रोस्टर के बदलाव की प्रक्रिया को समय पर पूरा किया जा सके। पंचायती राज निदेशालय ने भी सरकार को पत्र भेजकर नई पंचायतों के गठन के बारे में निर्णय लेने का अनुरोध किया था ताकि इस प्रक्रिया को समय रहते शुरू किया जा सके। सरकार ने अब उपायुक्तों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगे हैं।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में चिट्टा तस्करों को नहीं मिलेगी जमानत! यहां जानें पूरा मामला
दिसंबर 2025 में होने हैं पंचायतीराज के चुनाव
तीन स्तरीय पंचायत राज प्रणाली के चुनाव दिसंबर 2025 में होने की संभावना है। इसकी तैयारियां पहले ही शुरू कर दी गई हैं। पिछली बार 2020 के पंचायत चुनाव से पहले प्रदेश में कुल 412 नई पंचायतों का गठन किया गया था। जिसमें पुनर्सीमांकन के बाद कुछ पंचायतों को नगर निकायों में शामिल किया गया। जिससे 389 पंचायतों की वृद्धि दर्ज की गई। उस समय पंचायतों की कुल संख्या 3,226 थी।
यह भी पढ़ें : टैक्सी और कार में भिड़ंत-1 साल के मासूम से छिन गई मां की ममता, चालक भी नहीं बचा
यह बोले पंचायतीराज मंत्री
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि नई पंचायतों के गठन के लिए आवश्यक होने पर नियमानुसार उपायुक्तों से प्रस्ताव लिए जाएंगे और नियमों के अनुसार ही निर्णय किया जाएगा।