शिमला। हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंद्र सिंह सुक्खू और केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच आज शिमला में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। जिनमें राज्य के विकास, BBMB (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) में हिमाचल की हिस्सेदारी, शानन प्रोजेक्ट और ग्रीन बोनस जैसे विषय शामिल थे।
क्या बोले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैठक में प्रदेश सरकार की ओर से उठाए गए सभी मामलों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी में हिमाचल के मुद्दे पर हम आगे बढ़ चुके हैं और इस विषय पर भी सकारात्मक बातचीत हुई है।
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शानन प्रोजेक्ट पर खट्टर का स्पष्ट बयान
शानन प्रोजेक्ट के बारे में खट्टर ने कहा कि हम किसी की फेवर करने के लिए नहीं हैं। जो भी न्यायपूर्ण होगा, वही किया जाएगा। यह बयान शानन परियोजना के नियंत्रण को लेकर पंजाब और हिमाचल के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के संदर्भ में आया है। वर्तमान में यह प्रोजेक्ट पंजाब के पास है जबकि हिमाचल की मांग है कि इसे राज्य को सौंपा जाए। क्योंकि 99 साल की लीज समाप्त हो चुकी है।
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ग्रीन बोनस और वाटर सेस पर विचार
बैठक में ग्रीन बोनस पर भी चर्चा हुई है। वहीं, खट्टर ने कहा कि हिमाचल के हिली एरिया के लिए एक उचित नीति बनाई जानी चाहिए ताकि इन क्षेत्रों को अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने इस मामले को राज्य के हित में अहम बताया और कहा कि इसे नीति के तहत सुलझाया जाएगा। वाटर सेस के मामले में खट्टर ने स्पष्ट किया कि कोर्ट ने फिलहाल इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोई राज्य इस मामले में आगे नहीं बढ़ा है और कोर्ट ने जो फैसला किया है वह उसी हिसाब से लागू होगा।
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मुफ्त बिजली का मुद्दा भी उठा
इसके अलावा, खट्टर ने बताया कि हिमाचल सरकार ने एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। जिसमें राज्य के लिए मुफ्त बिजली के हिस्से को बढ़ाने की मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि यह विषय राज्य और देश दोनों के हित में है और इस पर जल्द ही काम किया जाएगा।