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September 27, 2024

कंगना ने लिया नया पंगा: बिजली महादेव रोपवे का पूरा माजरा- यहां समझें

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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरती नजर आती रहती है। आए दिन उनके बयानों से पार्टी ने किनारा किया है। गौर रहे कि कंगना ने हाल ही में किसानों पर दिए अपने बयान को वापस लेते हुए माफी मांगी थी। लेकिन, इसके बाद भी कंगना ने एक बाद फिर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है। जिसके बाद एक बार फिर कंगना पर सवालिया निशान खड़े होने लगे है।

कंगना ने की पार्टी की खिलाफत

दरअसल, इन दिनों मंडी से सांसद कंगना रनौत क्षेत्र का दौरा कर रही है। वहीं, कुल्लू में पहुंच कंगना ने बिजली महादेव रोपवे के निर्माण को रोकने की बात कह दी है। यह भी पढ़ें : सरकार जल्द करवाएगी प्री-नर्सरी टीचर्स की भर्ती, जानिए कहां पहुंची फाइल देवता बिजली महादेव के दर्शनों के लिए पहुंची कंगना ने वहां की जनता से कहा कि देवता का आदेश सर्वोपरि है, यदि देवता नहीं चाहते तो ऐसे विकास की जरूरत क्या है। कंगना ने आगे ये तक कह दिया कि इस प्रोजेक्ट को रोकने के लिए वह नितिन गडकरी के पास जाने से नहीं हिचकिचाएंगीं।

कहां तक पहुंचा प्रोजेक्ट का काम

बता दें कि बिजली महादेव रोपवे का कार्य जल्द शुरू होने वाला है। इसके लिए कुछ दिन पहले ही एफसीए की क्लियरेंस भी मिल चुकी है। लेकिन स्थानीय लोग इस रोपवे का विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं। यह भी पढ़ें: हिमाचल : कार में छुपाकर ले जा रहे थे चरस की बड़ी खेप, दो यार हुए अरेस्ट

किन पड़ावों से गुजरा है रोपवे का प्रोजेक्ट यहां समझें-

प्रधानमंत्री का जिक्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 नवंबर 2017 को कुल्लू में जनसभा में बिजली महादेव रोपवे का उल्लेख किया था। पर्वतमाला योजना: यह रोपवे भारत सरकार की पर्वतमाला योजना के तहत बनाया जा रहा है। एमओयू: अप्रैल 2022 में हिमाचल सरकार और नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के बीच 3.232 करोड़ रुपये की लागत से 7 रोपवे के निर्माण के लिए एमओयू हुआ था। रोपवे की लंबाई: सभी सात रोपवे की कुल लंबाई 57.1 किलोमीटर थी, जिसमें बिजली महादेव रोपवे भी शामिल था। निर्माण लागत: पहले बिजली महादेव रोपवे की निर्माण लागत 200 करोड़ रुपये आंकी गई थी। शिलान्यास: मार्च 2024 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हमीरपुर से वर्चुअली इस रोपवे का शिलान्यास किया। निर्माण कंपनी: रोपवे का निर्माण नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) द्वारा किया जाएगा। नवीनतम लागत: वर्तमान में बिजली महादेव रोपवे की निर्माण लागत 283 करोड़ रुपये है और पहले स्टेज के निर्माण कार्य की अनुमति मिल गई है। रोपवे का प्रकार: यह रोपवे मोनो केबल रोपवे होगा। कुल लंबाई: बिजली महादेव रोपवे की कुल लंबाई 3.2 किलोमीटर होगी।

पर्यटकों की दिक्कतें खत्म

इस रोपवे के लिए केंद्र की ओर से पूरी तैयारी कर दी गई है। वहीं, इस पूरे मामले में कंगना रनौत ने स्थानीय लोगों का साथ देकर पार्टी की एक बार फिर खिलाफत की है। यह भी पढ़ें: हिमाचल में एक और धोखाधड़ी- इस बार सैनिक की पत्नी को बनाया शिकार वहीं, इस रोपवे के बनने के बाद कुल्लू के खराहल घाटी के शीर्ष पर स्थित बिजली महादेव के मंदिर पहुंचने के लिए लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना होगा। बता दें कि अभी पर्यटकों को बिजली महादेव के दर्शन करने के लिए 25 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। इस प्रोजक्ट के बाद पर्यटकों की दिक्कतें खत्म हो जाएगी।

रोपवे का विरोध क्यों

इस रोपवे के निर्माण में स्थानीय लोग और देवसमाज अड़चन बने हैं। स्थानीय लोग इसे देवास्था से जोड़ रहे है, तो कई लोग इसे रोजगार के जोड़ते हुए भी दिख रहे हैं। हाल ही में यहां के ग्रामीणों ने जमकर केंद्र की सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया था। लेकिन इन सबके बीच भी प्रोजेक्ट को एफसीए क्लियरेंस मिली थी। दूसरी ओर लोगों का तर्क है कि बिजली महादेव रोपवे के बन जाने से स्थानीय लोगों का रोजगार खत्म हो जाएगा। दुकानें, ढाबे, होटल, रेस्तरां हैं का काम चौपट हो जाने से रोजगार छिन जाएगा। यह भी पढ़ें: रिटायर HAS को किया हाउस अरेस्ट, CBI ऑफिसर बनकर शातिर ने लूटे 73 लाख

देवसमाज क्यों कर रहा विरोध

देवता बिजली महादेव मंदिर कमेटी का कहना है कि देवता ने कई बार इस रोपवे को न बनाने के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद प्रशासन उनकी नहीं सुन रहा है। देवता की हामी के बिना रोपवे का निर्माण नहीं हो सकता। इस कारण देवसमाज इस रोपवे का विरोध जता रहे हैं।

कंगना का झूठा आश्वासन!

वहीं, इन सबके इतर, कंगना ने एक बार फिर पार्टी लाइन से अलग चलकर स्थानीय लोगों की हां से हां मिलाई है। हालांकि ये सब आने वाले समय में कंगना के लिए भारी भी पड़ सकता है। वहीं, कंगना का लोगों को विश्वास देना कि वे प्रोजेक्ट को रोकने के लिए केंद्र से बात करेंगी, तर्क संगत नहीं लगता। क्योंकि सरकार द्वारा इसके लिए बजट तय कर दिया गया है। रोपवे का काम बहुत जल्द शुरू हो जाएगा।

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