शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, दो मंत्रियों को कैबिनेट से हटाए जाने की संभावना है, जबकि दो नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। शिमला संसदीय क्षेत्र पर खास ध्यान दिया जा रहा है जहां से एक नए चेहरे को मंत्री बनाए जाने का संकेत है। इसके अलावा मंडी और कांगड़ा संसदीय क्षेत्रों से भी एक-एक मंत्री की नियुक्ति की तैयारी है।
फेरबदल की तैयारी
राज्य मंत्रिमंडल में वर्तमान में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के अलावा 10 सदस्य हैं, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री और 9 कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। यदि फेरबदल होता है तो मंत्रिमंडल में एक नया सदस्य जुड़ सकता है, जिससे कुल मंत्रियों की संख्या 12 हो जाएगी। इस बदलाव को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू जल्द ही दिल्ली रवाना होंगे, जहां वह कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
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एक परिवार के पदों से बदलेंगे समीकरण
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री सुक्खू से दिल्ली में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। इस फेरबदल में जातीय, क्षेत्रीय और पारिवारिक समीकरणों को ध्यान में रखा जा रहा है। एक परिवार एक पद की नीति को लेकर भी कुछ मंत्रियों ने अपनी चिंताएं जाहिर की हैं, जिनमें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह का नाम लिया जा रहा है।
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इन जिलों से निकल कर आ सकते हैं नए नाम
राज्य मंत्रिमंडल में दो नए चेहरों को शामिल करने की चर्चा के बीच, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, शिमला से संजय अवस्थी और कांगड़ा से कुछ अन्य नामों पर विचार किया जा रहा है।
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सुंदर सिंह ठाकुर को मंत्री बनाए जाने से मंडी क्षेत्र में कांग्रेस को प्रतिनिधित्व मिलेगा, जबकि संजय अवस्थी को बाह्मण समुदाय से होने के कारण मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। कांगड़ा क्षेत्र में भी मंथन चल रहा है कि राजपूत को मंत्री बनाया जाए या फिर अनुसूचित जाति वर्ग के किसी वरिष्ठ विधायक को यह मौका दिया जाए।