शिमला। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा ने जहां अपने दो प्रत्याशियों के टिकट फाइनल कर दिए हैं, वहीं कांग्रेस बीजेपी प्रत्याशियों को टक्कर देने के लिए दिल्ली में मंथन कर रही है।
हिमाचल में कांग्रेस पिछले लगातार दो लोकसभा चुनावों में एक भी सीट पर जीत का परचम नहीं लहरा पाई है। अपनी इस हार के क्रम को तोड़ने के लिए कांग्रेस हाईकमान इस बार हिमाचल में मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारना चाहती है।
दिल्ली में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक
हिमाचल में चारों सीटों पर टिकट फाइनल करने के लिए दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक चल रही है। इस बैठक में हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह भी शामिल हैं। इस वर्किंग कमेटी की बैठक में हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर मंथन चल रहा है।
अनुराग ठाकुर के विजयी रथ को कौन रोकेगा
दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कुछ नाम शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। जिसमें कांग्रेस हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर के खिलाफ दो नामों पर मंथन कर रही है। पिछले 35 सालों से भाजपा के कब्जे में रही हमीरपुर संसदीय सीट को हथियाने के लिए कांग्रेस सत्तपाल रायजादा और राम लाल ठाकुर को चुनावी मैदान में उतार सकती है।
कांगड़ा से आशा कुमारी को मिल सकता है टिकट
इसी तरह से कांगड़ा सीट पर कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में रघुवीर सिंह बाली के अलावा आशा कुमारी और सुनील राणा के नामों पर चर्चा चल रही है। हालांकि रघुवीर सिंह बाली लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस यहां से आशा कुमारी या फिर सुनील राणा को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारने पर चर्चा कर रही है।
शिमला से कांग्रेस छह नामों पर कर रही चर्चा
अगर बात शिमला संसदीय क्षेत्र की करें तो भाजपा ने यहां से सुरेश कश्यप को टिकट दिया है। सुरेश कश्यप को हराने के लिए कांग्रेस हाइकमान यहां से अमित नंदा, सोहन लाल, कौशल मुंगटा, विनोद सुल्तानपुरी और दयाल प्यारी को टिकट देने पर चर्चा कर रही है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि किसके नाम पर आखिरी मुहर लगेगी।
मंडी में प्रतिभा सिंह ने जीता था उपचुनाव
इसी तरह से मंडी सीट से मौजूदा सांसद प्रतिभा सिंह को ही दोबारा टिकट देने के लिए कांग्रेस विचार कर रही है। यहां से प्रतिभा सिंह पिछला उपचुनाव जीत कर सांसद बनी थी। वहीं मंडी सीट से अभी तक भाजपा ने भी टिकट फाइनल नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा यहां से वॉलीबुड क्वीन कंगना रनौत को टिकट देने पर विचार कर रही है।
2015 और 2019 के चुनाव में कांग्रेस को नहीं मिली थी एक भी सीट
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 2015 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा पूरी तरह से साफ हो गया था। दोनों ही बार कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी।
हालांकि बाद में मंडी लोकसभा सीट से सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद प्रतिभा सिंह उपचुनाव जीत कर यहां से सांसद बनी थीं। अपने इसी हार के क्रम को तोड़ने के लिए कांग्रेस इस बार मजबूत उम्मीदवार मैदान में उतारना चाहती है।