लाहौल स्पीति। हिमाचल में जहां भाजपा ने चारों लोकसभा सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है। वहीं विधानसभा उपचुनाव के परिणाम यहां भाजपा के पक्ष में नहीं आए हैं। जनता ने बागियों को पूरी तरह से नकार दिया। लाहौल स्पीति में तो चुनाव परिणाम चौंकाने वाले सामने आए हैं। यहां भाजपा प्रत्याशी की बेहद ही शर्मनाक हार हुई है। या यूं कहें कि यहां शिष्या ने ही अपने गुरु को पटखनी दे दी है।
भाजपा के रवि ठाकुर की शर्मनाक हार
लाहौल स्पीति सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अनुराधा राणा ने बड़ी जीत हासिल की है। यहां भाजपा प्रत्याशी को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। अनुराधा राणा को जहां 8877 वोट पड़े। वहीं भाजपा प्रत्याशी को यहां मात्र 2934 वोट ही मिल पाए। रवि ठाकुर को सबसे बड़ा नुकसान यहां भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा के चलते हुआ है।
लाहौल में था त्रिकोणिय मुकाबला
बता दें कि लाहौल स्पीति में त्रिकोणिय मुकाबला था। यहां कांग्रेस की अनुराधा राणा की टक्कर भाजपा प्रत्याशी रवि ठाकुर के अलावा पूर्व मंत्री और आजाद प्रत्याशी डॉ राम लाल मारकंडा से थी।
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भाजपा ने लाहौल स्पीति से कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट दिया था, जिससे डॉ रामलाल मारकंडा अपनी ही पार्टी से नाराज हो गए थे। जिसके बाद मारकंडा ने आजाद चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
मारकंडा ने बिगाड़ा भाजपा का खेल
ऐसे में अनुराधा का मुकाबला रवि ठाकुर के अलावा डॉ रामलाल मारकंडा से भी था। मारकंडा ने इन चुनावों में 7091 वोट हासिल किए। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी अनुराधा की टक्कर में कहीं भी नहीं दिखे।
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उनका मुकाबला तो मारकंडा से ही रहा। माना जा रहा है कि अगर मारकंडा भाजपा से बगावत कर आजाद चुनाव ना लड़ते तो शायद लाहौल स्पीति के चुनाव परिणाम कुछ और ही होते।
शिष्या ने गुरु को हराया
बता दें कि अनुराधा राणा को रवि ठाकुर ही राजनीति में लेकर आए थे। रवि ठाकुर ने ही अनुराधा राणा से पंचायती राज चुनाव में जिला परिषद का चुनाव लड़वाया था।
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यहां तक कि जिला परिषद अध्यक्ष बनने में भी रवि ठाकुर ने अनुराधा की काफी मदद की थी। लेकिन समय का चक्र ऐसा घूमा कि दोनों अलग अलग पार्टियों से आमने सामने आ गए और शिष्या ने अपने गुरु को ही हरा दिया।
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युवा चेहरे पर कांग्रेस ने लगाया था दांव
लाहौल स्पीति कांग्रेस ने 52 साल बाद किसी महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा था। हालांकि टिकट के दावेदार और भी लोग थे। लेकिन कांग्रेस ने महिला और युवा चेहरे पर दांव खेला और उनका यह दांव सही साबित हुआ। इससे पहले कांग्रेस ने पूर्व विधायक रवि ठाकुर की माता लता ठाकुर को लाहौल स्पीति से चुनाव लड़वाया था।