शिमला। हिमाचल में सत्ता हासिल करने से पहले कांग्रेस ने प्रदेशवासियों को बिना किसी शर्त के 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात कही थी। वहीं अब सरकार को बने डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन मुख्यमंत्री अपनी इस गारंटी के बारे में बात तक नहीं करते हैं और उल्टा प्रदेश में बिजली और पानी के दाम बढ़ा दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश की सरकार लोगों को मिल रही फ्री बिजली वाली योजना को बंद करने की तैयारी कर रही है।
जो इनकम टैक्स के दायरे में आते हैं उन्हें फ्री बिजली नहीं मिलेगी
यह कहना है हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का। जयराम ठाकुर ने दावा किया है की सरकार फ्री बिजली योजना को बंद करने की तैयारी में है। जयराम का दावा है की जो लोग भी आयकर के दायरे में आते हैं उनसे फ्री बिजली योजना की सुविधा को वापस ले लिया जाएगा और बहुत जल्द ही इस मुद्दे को कैबिनेट में लाया जाने वाला है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस सरकार ने कई बार हमारी शुरू की गई 125 यूनिट फ्री बिजली योजना को बंद करने का और लाभार्थियों की संख्या को घटाने का प्रयास किया। मगर भारतीय जनता पार्टी के कड़े विरोध के कारण प्रदेश सरकार अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई।
नए पैंतरे को कामयाब नहीं होने देंगे
जयराम ठाकुर ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार खराब आर्थिक हालात का बहाना देकर अब नए पैंतरे के तहत इस योजना को बंद करने का प्रयास करेगी मगर हम इसे कामयाब नहीं होने देंगे।
जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि इस समय प्रदेश में मित्रों की सरकार चल रही है जिसका एकमात्र लक्ष्य अपने लोगों को लाभ पहुंचाना है। सरकार का प्रदेश के लोगों की सुख सुविधाओं से कोई भी लेना-देना नहीं है।
उपचुनाव के लिए भी सीएम हैं जिम्मेदार
इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष में तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव का ठीकरा भी मुख्यमंत्री के सिर फोड़ दिया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि निर्दलीय विधायकों को सत्ता के बल पर प्रताड़ित करने और उनकी बातों को सुना करके जबरिया समर्थन हासिल करने के कारण प्रदेश के राजनीति में यह हालात पैदा हुए हैं।
जयराम ने कहा कि प्रदेश में सट्टा होने के बावजूद भी कांग्रेस 68 में से 61 सीटों पर चुनाव हार गई, मुख्यमंत्री अपनी विधानसभा में हार गए। इस कारण से तीनों सीट पर हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी भारी मतों से जीत दर्ज करने वाली है और यह जीत कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।