हमीरपुर। आज हिमाचल प्रदेश में 2024 के आम चुनावों के लिए वोटिंग हो रही है। प्रदेश के सभी चार लोकसभा सीटों पर मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। सामने आई ताजा अपडेट के अनुसार प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों और विधानसभा सीटों पर 3:00 बजे तक 58% से अधिक मतदान हुआ है।
26 साल से हमीरपुर नहीं जीती है कांग्रेस
हमीरपुर लोकसभा सीट से लगातार पांचवीं बार भाजपा की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के क्षेत्र में 3:00 बजे तक 57% से अधिक वोटिंग दर्ज की गई है। हमेशा की तरह इस बार के चुनाव में भी हमीरपुर लोकसभा सीट हिमाचल की हॉट सीट बनी हुई है। क्योंकि यहां पर बीते 26 वर्षों से कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई है।
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CM और डिप्टी CM का भी पड़ेगा प्रभाव
वहीं, इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का गृह क्षेत्र होने के चलते यह लड़ाई कांग्रेस के लिए और अधिक अहम हो गई है। कांग्रेस की तरफ से ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा को अनुराग सिंह ठाकुर के खिलाफ मैदान में उतर गया है। इसके अलावा 10 और प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
ऐसे में अब यह देखना काफी अहम हो जाता है कि मोदी सरकार के नवरत्नों में से एक अनुराग ठाकुर या फिर सीएम सुक्खू के खासमखास सतपाल रायजादा को हमीरपुर की जनता अपना नेतृत्व करने का मौका देती है।
अनुराग ठाकुर के पास है कामों की लिस्ट
साल 2008 से ही हमीरपुर के संसद का पदभार संभाल रहे अनुराग सिंह ठाकुर के पास गिनाने के लिए कई उपलब्धियां हैं, जिसके चलते वह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। पुणे तक वंदे भारत ट्रेन को पहुंचना हो या फिर बिलासपुर जिले तक रेल लाइन का काम लगवाना। बिलासपुर जिले में एम्स का निर्माण करवाना हो या फिर हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज बनवाना। अपने ही कामों को लेकर अनुराग सिंह ठाकुर लगातार पांचवीं बार चुनावी मैदान में हैं और उन्होंने अपनी जीत के लिए 5 लाख वोटों के मार्जिन का लक्ष्य तय किया है।
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रायजादा मांग रहे हैं 16 सालों का हिसाब
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के सतपाल रायजादा हैं, जोकि अनुराग सिंह ठाकुर से उनके बीते 16 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब मांग रहे हैं और कांग्रेस सरकार के 15 माह के कामकाज का हिसाब किताब लेकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। आपको बता दें कि सतपाल राजादा ने अपने राजनीतिक कैरियर में कुल तीन चुनाव लड़े हैं, जिसमें से मात्र एक चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई थी। वहीं, अनुराग सिंह ठाकुर अपने पहले चुनाव से लेकर अब तक अजेय हैं।
बहरहाल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा के साथ-साथ इस सीट पर केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और धूमल परिवार के दबदबे की परीक्षा इन चुनावों में हो रही है। जिस कारण से सभी की नजरे इस सीट पर टिकी हुई हैं।