धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही जारी है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल की शुरुआत की, जिसके बाद भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव लाने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार है।
रात के समय शराब ठेकों के टेंडर दिए गए
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने चर्चा के दौरान कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में एक्साइज पॉलिसी का दुरुपयोग करते हुए शराब घोटाले को अंजाम दिया है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि चहेते व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए जिलों में शराब यूनिट्स घटाई गईं और शराब का मूल्य रिजर्व मूल्य से ऊपर नहीं गया। बिलासपुर में रात के समय शराब ठेकों के टेंडर दिए जाने और मनमाने दामों पर शराब बेचने के आरोप भी लगाए।
रणधीर शर्मा ने कसा तंज
रणधीर शर्मा ने कहा कि गुमनाम पत्रों के माध्यम से सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं लेकिन सरकार ने इन मामलों की जांच नहीं करवाई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि समोसा मुख्यमंत्री तक न पहुंचे तो जांच होती है लेकिन गंभीर मामलों की अनदेखी की जाती है।
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नियम 67 के तहत चर्चा जारी
मुख्यमंत्री सुक्खू ने चर्चा के दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सदन में गंभीर मुद्दों पर चर्चा हो रही है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अनुपस्थित हैं।
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हालांकि, थोड़ी देर बाद जयराम ठाकुर सदन में पहुंचे और चर्चा में शामिल हुए। विधानसभा में नियम 67 के तहत चर्चा जारी है। भाजपा ने राज्यपाल को सौंपे अपने दस्तावेजों के आधार पर सरकार पर लगाए गए आरोपों की विस्तृत जांच की मांग की है। अब सदन में इन आरोपों पर गहन चर्चा हो रही है।