शिमला। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्री के बीच एक बार फिर टकराव की स्थिति बन गई है। या यूं कहें कि सुक्खू के एक मंत्री और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल एक बार फिर आमने सामने आ गए हैं।
सीएम सुक्खू के बागवानी व राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने अभी हाल ही में राज्यपाल की ओर से नौतोड़ संबंध मंत्रिमंडल के प्रस्ताव को मंजूरी ना मिलने पर सड़कों पर उतरने की बात कही थी। जिस पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राज्यपाल ने दिया जगत नेगी को जवाब
आज शुक्रवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को इसका जवाब दिया है। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने मंत्री को खरी खरी सुनाते हुए कहा कि राजभवन किसी नेता के चुनावी वादे पूरी करने के लिए नहीं हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि नौतोड़ मामलों को लेकर राजभवन ने अपना जवाब दे दिया है।
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क्या बोले थे जगत सिंह नेगी
दरअसल राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि नौतोड़ भूमि मामले से संबंधित बिल राजभवन में मंजूरी के लिए लंबित है। नेगी ने कहा था कि वह एक बार राज्यपाल से मिलकर प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने का आग्रह करेंगे। यही नहीं जगत सिंह नेगी ने कहा था कि जरूरत पड़ने पर वह जनता के साथ मिलकर सड़कों पर भी उतरेंगे।
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चुनावी वादे पूरे करने के लिए नहीं है राजभवन
जगत सिंह नेगी के इसी बयान पर आज राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजभवन किसी नेता का चुनावी वादा पूरा करने के लिए नही है। राजभवन नियमों की परिधि में रहकर काम करता है और करता रहेगा। नौतोड़ मामले में भी राजभवन ने अपना जवाब दे दिया है। कुछ विषयांे को लेकर आपत्ति थी और इसे लेकर जवाब मांगा था।
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वार्ता को आना चाहें तो उनका स्वागत
सरकार की तरफ से अभी तक उन्हें उसका जवाब नहीं मिला है। राजभवन की ओर से राज्य सरकार से पूछा गया है कि इसमें कितने लोग शामिल हैं। वो नियमों के बाहर जाकर काम नहीं करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भले ही राजभवन का सम्मान न करें, लेकिन राजभवन उनका सम्मान करता है। राजस्व मंत्री ने पद की शपथ यहीं ली है। राज्यपाल ने कहा कि वो सरकार के मंत्री हैं। ऐसे में जब भी वार्ता के लिए आना चाहें, तो आ सकते हैं।