ज्वालामुखी/देहरा। हिमाचल में तीन विधानसभा सीटों पर कल यानी 10 जुलाई को मतदान होगा। चुनाव प्रचार का शोर बीते रोज शाम छह बजे के बाद से बंद हो गया है। लेकिन अब प्रत्याशी डोर टू डोर जाकर जनता से अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर ही है। इस सब के बीच अब देहरा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश धवाला को अब ओबीसी नेताओं का भी साथ मिल गया है। ऐसे में होशियार सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
रमेश धवाला के घर ओबीसी नेताओं ने बनाई रणनीति
देहरा विधानसभा सीट पर भाजपा ने यहां के पूर्व निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। होशियार सिंह को टिकट देने के बाद यहां के भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रमेश धवाला अपनी ही पार्टी से सख्त नाराज चल रहे हैं।
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वह अपनी नाराजगी कई बार खुल कर बता चुके हैं। अब मतदान से ठीक एक दिन पहले रमेश धवाला के घर में नई खिचड़ी पक रही है। यहां पार्टी में अपनी अनदेखी से नाराज और भाजपा के वरिष्ठ नेता से हो रहे अन्याय को देखते हुए यह ओबीसी नेता धवाला के घर पहुंचे और आगामी रणनीति बनाई।
रमेश धवाला के साथ अन्याय कर रही पार्टी
ओबीसी नेताओं का कहना है कि 1998 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने वाले रमेश धवाला के साथ भाजपा अन्याय कर रही है। यही नहीं पिछले कुछ समय से ओबीसी नेताओं की भी अनदेखी की जा रही है।
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जिसके चलते ही आज सभी ओबीसी नेता रमेश धवाला से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। यहां उनके साथ चर्चा कर आगामी रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में ओबीसी नेताओं ने संगठित होकर आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
ओबीसी नेताओं के साथ हो रही अनदेखी
रमेश धवाला के घर में ओबीसी नेताओं के अलावा धर्मशाला से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी भी पहुंचे हुए हैं। बता दें कि कांगड़ा की राजनीति में ओबीसी अहम स्थान रखता है। कांगड़ा में ओबीसी वोट बैंक का गढ़ माना जाता है।
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यहां की सत्ता पलटने में भी ओबीसी वोट बैंक का बड़ा हाथ रहता है। जिसके चलते ही भाजपा हो या फिर कांग्रेस ओबीसी वोट बैंक को अपने साथ लेकर चलता है। लेकिन इन चुनावों में ओबीसी नेताओं की अनदेखी हुई है। जिससे गुस्साए यह नेता आज रमेश धवाला के घर पहुंचे और एक विशेष बैठक बुलाकर आगामी रणनीति बनाई।