#राजनीति

November 16, 2024

हिमाचल कांग्रेस से फिर होगा खेला! महाजन का दावा- जब चाहें गिरा सकते हैं सरकार

शेयर करें:

शिमला। हिमाचल प्रदेश में सीपीएस नियुक्ति रद्द होने के बाद अब कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। विपक्ष यानी भाजपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने की तैयारी में लग पड़ा है। भाजपा को बस इंतजार है तो सिर्फ पार्टी हाईकमान के आदेश का और उसके बाद शुरू हो सकता है सत्ता परिवर्तन का खेल।

हिमाचल में शुरू हो सकता है सत्ता परिवर्तन का खेल

सूत्रों की मानें तो हिमाचल हाईकोर्ट के सीपीएस हटाने के आदेशों के बाद भाजपा सत्ता परिवर्तन की तैयारी में जुट गई है। इस रणनीति में भाजपा सीपीएस से हटाए छह विधायकों के अलावा 9 एमएलए की सदस्यता को चुनौती देने का प्लान बना रही है। इसको लेकर भाजपा कानूनी विशेषज्ञों की राय ले रही है। कानूनी राय लेने के बाद भाजपा जल्द ही राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलेंगे।

हर्ष महाजन ने किया बड़ा दावा

यह भी पढ़ें : हिमाचल कैबिनेट”: मल्टी टास्क वर्करों का बढ़ाया मानदेय, बनेंगे तीन नए नगर निगम सत्ता परिवर्तन करने का खुलासा राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने किया है। हर्ष महाजन ने तो यहां तक दावा किया है कि भाजपा जब चाहे कांग्रेस की सरकार को गिरा सकती है। हर्ष महाजन ने बताया कि कांग्रेस सरकार के छह नहीं बल्कि 9 विधायकों की सदस्यता रद्द होगी। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने छह सीपीएस के अलावा तीन विधायकों को कैबिनेट रैंक दे रखे हैं।

सुक्खू ने तीन विधायकों को दिए हैं कैबिनेट रैंक

कांग्रेस ने नगरोटा के विधायक आरएस बाली को कैबिनेट रेंक के साथ हिमाचल पर्यटन विकास निगम का चेयरमैन लगा रखा है। जबकि फतेहपुर के विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का डिप्टी चेयरमैन मनोनित किया है। यह भी पढ़ें : गजब! हिमाचल की स्कूटी का यूपी में कर दिया चालान, मैसेज देख मालिक के उड़े होश इसके साथ ही उन्हें कैबिनेट रैंक दिया गया है। शिमला जिला के रामपुर से विधायक नंद लाल को पंचायती राज एक्ट और म्युनिसिपल एक्ट के प्रावधानों के तहत सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष लगाया है।

9 विधायकों की सदस्यता को चुनौती देगी भाजपा

भाजपा अब कांग्रेस के छह पूर्व सीपीएस के अलावा इन तीन कैबिनेट रैंक लेने वाले विधायकों की सदस्यता को भी चुनौती देगी। भारतीय जनता पार्टी राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलकर इन 9 कांग्रेस विधायकों की सदस्यता को रद्द करने की मांग करेगी। राज्यपाल से इनकी सदस्यता रद्द करने के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग को मामला भेजे जाने का आग्रह किया जाएगा।

9 सीटों पर हो सकते हैं उपचुनाव

यह भी पढ़ें : हिमाचल घर में खोल रखी थी नशे की दुकान, बड़ी खेप के साथ शख्स धरा लाखों में है कीमत हर्ष महाजन ने कहा कि कांग्रेस ने सीपीएस के अलावा दूसरे विधायकों को भी कैबिनेट रेंक दिए है। ये सभी लाभ के पद है। इन विधायकों की सदस्यता भी रद्द होगी। जिसके बाद प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव होना तय हैं। हर्ष महाजन ने दावा किया है कि कांग्रेस के कई विधायक भाजपा के संपर्क में भी है। हर्ष महाजन ने कहा कि कांग्रेस की सरकार कब तक चलेगी, इसका फैसला अब हम करेंगे।

गुटों में बंटी कांग्रेस

हर्ष महाजन ने कहा कि हम चाहें तो कांग्रेस की सरकार को आज गिरा सकते हैं। कांग्रेस में गुटबाजी चल रही है। प्रदेश के सिरमौर, कांगड़ा और ऊना में विधायकों के गुट बने हुए हैं। महाजन ने कहा कि अब हमारे पर निर्भर करता है कि कौन सा गुट लेना है। जिसके बाद कभी भी कांग्रेस की सरकार पलट सकती है। यह भी पढ़ें : धरने पर बैठे शिक्षकों की जा सकती है नौकरी, मांगा जवाब; जानें क्या है प्रावधान

क्या कहते हैं आंकड़े

बता दें कि, 68 सीटों वाली हिमाचल विधान सभा में इस समय कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 28 विधायक हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस के 9 विधायकों की सदस्यता रद्द होती है तो कांग्रेस के पास 31 विधायक रह जाएंगे। प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव हुए तो कांग्रेस को 9 में से चार सीटें जीतनी होंगी, जो कि नामुकिन है। ऐसे में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने का समय आ गया है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख