शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के संगठन को फिर से सशक्त बनाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा हिमाचल भेजे गए दो नेता पिछले दो दिन से कांग्रेस नेताओं से बैठकें कर रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने दो राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी को हिमाचल भेजा है। यह दोनों ही नेता विदित चौधरी और चेतन चौहान हिमाचल में पिछले दो दिन से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के पदाधिकारियों से वन टू वन बात कर रहे हैं।
वन मैन वन पोस्ट की पैरवी
सूत्रों की मानें तो दिल्ली से आए इन दोनों ही नेताओं के साथ बैठक में कांग्रेस के कई नेताओं ने जहां अपने सुझाव रखे हैं। वहीं कई नेताओं ने कुछ मुद्दों पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। बताया जा रहा है कि आज की बैठक में फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के पदाधिकारियों ने संगठन में वन मैन वन पोस्ट की पैरवी की है। यानी एक नेता को एक ही पद दिए जाने के सिद्धांत को सख्ती से पालना करने की बात कही है।
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महिलाओं युवाओं को संगठन में मिले जगह
इसके अलावा कई नेताओं ने संगठन में महिलाओं और युवाओं को जगह देने की भी बात कही है। सूत्रों की मानें तो बैठकों में बोर्डों निगमों में ताजपोशी को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई है। नेताओं का कहना है कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार को बने दो साल का समय होने को है, लेकिन अभी तक कई बोर्डों निगमों में अभी तक तैनाती नहीं की गई है। जिसके चलते भी पार्टी वर्करों में मायूसी छाई हुई है।
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क्या बोले एआईसीसी के सचिव
वहीं दूसरी तरफ एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव विदित चौधरी ने कहा कि संगठन में काम करने वालों को जगह मिलेगी। उन्होंने कहा कि संगठन में तैनाती के लिए बड़े नेताओं की नजदीकियां नहीं बल्कि उनके द्वारा पिछले कई सालों से किए जा रहे काम को देखा जाएगा। इसके लिए नेताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं से बात करने के बाद इसकी रिपोर्ट हाइकमान को भेजी जाएगी।
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इन नेताओं ने बैठकों से बनाई दूरी
बता दें कि आज एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव व हिमाचल सह प्रभारी के साथ रखी गई बैठक से एनएसयूआई नेताओं के अलावा युवा कांग्रेस ने किनारा कर लिया है। आज की बैठक में ना तो युवा कांग्रेस के नेता और ना ही एनएसयूआई के नेता बैठक में पहुंचे थे। इन नेताओं की बैठक से दूरी अपने आप में कई सवाल खड़े कर रही है।