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September 2, 2024

स्पीकर को हटाओ- अड़ा विपक्ष: ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रद्द, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

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शिमला। हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र हर दिन हंगामेदार रह रहा है। अब विपक्ष यानी भाजपा विधायक विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को पद से हटाने की मांग पर अड़ गए हैं। विपक्ष स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। जिसके चलते ही विपक्ष ने विधानसभा सचिव को इसका नोटिस भी दे दिया है। नेता प्रतिपक्ष सहित सभी भाजपा विधायकों ने आज राजभवन पहुंच कर राज्यपाल से मुलाकात की और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को ज्ञापन सौंपा। भाजपा विधायकों ने राज्यपाल को विधानसभा अध्यक्ष के तानाशाही पूर्ण रवैये को लेकर ज्ञापन सौंपा और उन्हें पद से हटाने की मांग की।

स्पीकर का व्यवहार सदन के अंदर और बाहर नहीं है सही

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बताया की हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का विधायक दल राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के ध्यान में लाना चाहते हैं कि चौदहवी विधान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का व्यवहार सदन के अंदर और बाहर जहां विधायकों की भावना को आहत कर रहा है। वहीं विधान सभा अध्यक्ष के संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहा है।

स्पीकर कर रहे पक्षपात पूर्व रवैया

जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन के अंदर विधान सभा अध्यक्ष का रवैया पक्षपात एवं तानाशाही पूर्ण रहता है। हमेशा नियमों एवं परंपराओं के खिलाफ काम करते हुए सत्ता पक्ष को लाभ पहुंचाने का प्रयास करते हैं। विपक्षी सदस्यों विशेषकर नेता प्रतिप्रक्ष द्वारा नियमों का हवाला देने पर हमेशा यही कहा जाता कि मुझे सब पता है मुझे सिखाने की जरूरत नहीं है। हद तो तब हो गई जब मीडिया के सामने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मेरे से बहुत जूनियर हैं वो मुझे क्या सिखाएंगे।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को भाजपा ने क्या बताया

  • विपक्ष ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
  • भाजपा विधायकों ने राज्यपाल को विधानसभा अध्यक्ष के तानाशाही पूर्ण रवैये को लेकर सौंपा ज्ञापन
  • भाजपा विधायकों ने स्पीकर को पद से हटाने की उठाई मांग
  • नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बोले विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का व्यवहार सदन के अंदर और बाहर नहीं सही।
  • छह विधायकों के सिर कलम करने के बयान से विधायकों की भावना हुई आहत
  • विधान सभा अध्यक्ष के संवैधानिक पद की गरिमा को पहुंचा रहे ठेस
  • सदन में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया अपना रहे पक्षपातपूर्ण रवैया
  • हमेशा नियमों एवं परंपराओं के खिलाफ काम करते हुए सत्ता पक्ष को लाभ पहुंचाने का कर रहे प्रयास
 

छह विधायकों के सिर कलम देने जैसे दे रहे बयान

जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने एक भाषण में कहा था कि मैंने छह विधायकों के सिर कलम कर दिए हैं और तीन मेरे आरे के नीचे तड़फ रहे हैं। ये शब्द अलोकतांत्रिक व असंसदीय हैं और जहां इससे विधायकों की भावना आहत हुई है वहीं विधान सभा अध्यक्ष पद की गरिमा को भी ठेस पहुंची है। यह भी पढ़ें: हिमाचल: स्कूल के पास चिट्टा बेचती थी महिला, जानें कितना नशा बरामद हुआ

भाजपा ने दिया था नोटिस फिर भी सदन में आए स्पीकर

आज सुबह भाजपा विधायक दल ने नियम.274 के अन्तर्गत विधान सभा सचिव को विधान सभा अध्यक्ष को पद से हटाने का संकल्प प्रस्तुत किया इसके बावजूद भी विधान सभा सत्र शुरू होने के बाद अध्यक्ष महोदय अपने आसन पर आकर बैठ गएए जबकि नैतिकता के आधार पर उन्हें संकल्प पेश होने और उस पर चर्चा तथा मतदान होने तक आसन पर नहीं आना चाहिए था।

प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर दिए स्थगन प्रस्ताव पर नहीं किया गौर

भाजपा विधायक दल ने नियम-67 के अन्तर्गत प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया था जिस पर भी कोई गौर नहीं फरमाया गया। उहोंने राज्यपाल से बात करते हुए कहा कि महोदय आप जानते हैं आज सितम्बर माह की दो तारीख हो गई परन्तु कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश आर्थिक दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गया है। यह भी पढ़ें: माता वैष्णो देवी मार्ग पर हुआ बड़ा भूस्खलन, तीन की मौ*त; कई श्रद्धालु घायल प्रदेश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के कारण वित्तीय संकट इतना गहरा गया है कि हालात आर्थिक आपातकाल जैसे पैदा हो गए हैं। इसलिए हमारा मानना था कि आज सदन के अन्दर सभी कार्य स्थगित कर नियम-67 के अन्तर्गत इस विषय पर चर्चा होए परन्तु अध्यक्ष महोदय ने नेता प्रतिपक्ष श्री जय राम ठाकुर और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष श्री विपिन सिंह परमार द्वारा बार.बार निवेदन करने पर भी चर्चा नहीं करवाई जिसके कारण हमें आज फिर बहिष्कार करना पड़ा। यह भी पढ़ें: हिमाचल : पति की आंखों के सामने 150 मीटर गहरी खाई में गिरी पत्नी, जानें पूरा मामला

कुलदीप पठानिया नही कर सकते विधानसभा की कार्यवाही का संचालन

जयराम ठाकुर ने कहा कि जब भी विपक्ष स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव लाए तो स्पीकर खुद विधानसभा की कार्यवाही का संचालन नहीं कर सकते। उन्हें कुर्सी छोड़नी होती है, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। हमने आज विधानसभा सचिव को विपक्ष ने इसके लिए नोटिस भी दिया है। लेकिन फिर भी सदन में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ही सदन की कार्यवाही संचालित कर रहे थे।

सीएम सुक्खू ने नकारे आरोप

वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विपक्ष सिर्फ वॉकआउट करने में विश्वास रख रहा है। सदन में स्पीकर द्वारा विपक्ष का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। आज सदन की पांचवे दिन की कार्यवाही में ज्यादातर सवाल विपक्ष के ही लगे हैं। बावजूद इसके विपक्ष के नेता सिर्फ बेवुनियादी बातें कर रहे हैं।

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आज सुबह भी सदन से किया था वॉकआउट

बता दंे कि आज सुबह जैसे ही मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायक विपिन परमार ने बोलने की इजाजत मांगी। उनका कहना था कि वह एक महत्तवपूर्ण विषय पर बोलना चाहते हैं, लेकिन स्पीकर ने उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी। हालांकि उन्होंने प्रश्नकाल के बाद अपनी बात रखने को कहा। लेकिन फिर भी विपक्ष के नेताओं ने हंगामा कर दिया और सदन से वॉकआउट कर दिया। पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें
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