शिमला। हिमाचल में पिछले कल विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन भांग की खेती को लीगल तौर पर करने की रिपोर्ट पेश की गई। इस रिपोर्ट को जहां सदन में सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ हिमाचल में भांग की खेती को लीगल रूप् से करने पर भाजपा के नेता दो फाड़ हो गए हैं। कुछ भाजपा नेता तो हिमाचल में भांग की खेती को लीगल करने के पक्ष में अपना समर्थन दे रहे हैंए वहीं दूसरी तरह भाजपा के ही कुछ नेता हिमाचल में भांग की खेती का विरोध कर रहे हैं।
भांग की खेती पर दो धड़ों में बंटी भाजपा
हिमाचल में भांग की खेती को लीगल करने के फैसले पर भाजपा नेता राजनीति करने लगे हैं। भाजपा का एक धड़ा तो हिमाचल में भांग की खेती को वैध करवाने के पक्ष में अपनी सहमति दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने भांग की खेती पर सुक्खू सरकार पर हमला बोला है।
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प्रेम शुक्ला बोले कांग्रेस नशे से करना चाह रही कमाई
प्रेम शुक्ला का कहना है कि हिमाचल की आर्थिक स्थिति को बिगाड़ने में सुक्खू सरकार और राहुल गांधी का बहुत बड़ा हाथ है। आज जब हिमाचल की आर्थिक स्थिति खराब हो गई, तो कांग्रेस प्रदेश में भांग की खेती से कमाई करने की सोच रही है और कानूनी मान्यता प्रदान करने जा रही है। इसी तरह से कल हिमाचल में अफीम और उसके बाद हेरोइन और कोकेन को भी कांग्रेस सरकार लीगल कर देगी।
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भाजपा शासित राज्यों में भांग लीगल, तो हिमाचल में आपत्ति क्यों ?
हिमाचल में भांग की खेती पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला के सामने आए इस बयान से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि हिमाचल से पहले उत्तराखंडण् उत्तर प्रदेशण् मध्य प्रदेश और राजस्थान में भांग की लीगल खेती होती है। इन चारों ही राज्यों में भाजपा की सरकार है। तो क्या भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता को सिर्फ हिमाचल में भांग की खेती को लीगल करने पर सिर्फ इसलिए आपत्ति है, क्योंकि हिमाचल में इस समय कांग्रेस की सरकार है।
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कमेटी ने उत्तराखंड में जाकर किया था भांग की खेती का अध्ययन
बता दें कि हिमाचल में भांग की खेती को लीगल करने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी। जिसको लेकर कांग्रेस सरकार ने एक कमेटी का गठन किया था। जिसमें सीपीएस सुंदर ठाकुरए न्यूरो सर्जन व भरमौर के विधायक डॉण् जनक राजए भाजपा विधायक हंसराजए द्रंग से भाजपा के विधायक पूर्ण ठाकुर शामिल थे। इस कमेटी ने उत्तराखंड जाकर भांग की खेती के फायदों को देखा। साथ ही इंडस्ट्रियल और दवाइयों में इसके इस्तेमाल को लेकर भी कमेटी कई शहरों में गई। जिसके बाद भांग से जुड़ी रिपोर्ट को सदन में पेश किया गया था।
जगत सिंह नेगी ने सदन में रखी रिपोर्ट
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की ओर से सदन के पटल पर रखी गई रिपोर्ट की सिफारिश को सदन में सभी ने स्वीकार कर लिया। कांग्रेस के साथ साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने बिना किसी चर्चा के इसे सर्वसमत्ति से पास कर दिया। लेकिन भाजपा नेताओं ने अब इस पर भी राजनीति शुरू कर दी है। कुछ भाजपा नेता इसका समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ नेता इसका विरोध कर रहे हैं।
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भांग की खेती पर क्या कह रहे हिमाचल के नेता
हिमाचल में भांग की खेती को लीगल करने के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सांसद सुरेश कश्यप ने सही ठहराया और कहा कि हिमाचल में भांग की खेती अगर कानूनी तौर पर की जाए तो यह ना सिर्फ हिमाचल की आर्थिकी को बढ़ाएगीए बल्कि इसके उत्पादन से लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के ही राष्ट्रीय प्रवक्ता ने हिमाचल में भांग की खेती पर अपनी आपत्ति जाहिर की है और सुक्खू सरकार पर हमला बोला है।
हिमाचल में कितनी किस्म की उगाई जाएगी भांग
हिमाचल में भांग की खेती को लेकर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया है कि हिमाचल में दो तरह की भांग उगाई जाएगी। जिसमें एक नशे वाली भांग तो दूसरी बिना नशे वाली भांग होगी। नशे वाली भांग का इस्तेमाल औषधीय प्रोडक्ट्स बनाने में इस्तेमाल की जाएगी। जिसका उपयोग कैंसर, माइग्रेन, डिप्रेशन, एनेगजयटी, लेबर पेन जैसी दिक्कतों की दवाओं में इस्तेमाल होगा।
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बिना नशे वाले भांग के पौधों से तैयार होंगे सैंकड़ों प्रोडेक्ट्स
वहीं बिना नशे वाली भांग के पौधों से कपड़े, बैग, जूते, बेल्ट, रुमाल, कागज़ और यहां तक की घरों का भी निर्माण इससे किया जा सकेगा। एक तरह से बिना नशे वाले भांग के इन पौधों और उनके बीज का इस्तेमाल इंडस्ट्रियल पर्पज के लिए किया जाएगा। और इनसे करीब 400 तरह के प्रोडेक्ट्स बनाए जाएंगे।
भांग की खेती के लिए गठित होगा प्राधिकरण
मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि हिमाचल में नियंत्रित भूमि पर भांग की खेती का इस्तेमाल होगा। हिमाचल में भांग की खेती को रैगुलेट करने के लिए एक प्राधिकरण का भी गठन किया जाएगा। इसके अलावा बीज बैंक की स्थापना से लेकर बीजों का वितरणए उपज की खरीद और फार्मा इकाइयों तक इन्हंे पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
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हिमाचल की बढ़ेगी आर्थिकी
हिमाचल में भांग की खेती शुरू होने के बाद प्रदेश की आर्थिकी में इजाफा होगा। एक अनुमान के अनुसार हिमाचल में हर साल 500 से लेकर 1800 करोड़ रुपए तक आर्थिकी दर में इजाफा होने की उम्मीद है।