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September 27, 2024

CM सुक्खू के करीबी CPS ने मंत्री विक्रमादित्य को दे डाली ऐसी नसीहत, जानें

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शिमला। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में लोक निर्माण विभाग के साथ शहरी विकास मंत्री की भूमिका निभा रहे विक्रमादित्य सिंह के बयान ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि हिमाचल में भी यूपी की तर्ज पर दुकानों में फोटो वाला पहचान पत्र लगाना अनिवार्य होगा। जिसके बाद विक्रमादित्य खुद तो अपने बयान से पलटे ही हैं साथ ही कांग्रेस ने भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ा है। अब उनके इस ब्यान पर CPS संजय अवस्थी ने अपना पक्ष रखा है।

CPS संजय अवस्थी ने क्या कहा?

प्रदेश सरकार में लोक निर्माण विभाग के मुख्य संसदीय सचिव और हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने कहा कि नेता सोशल मीडिया के ऊपर कुछ भी लिखते हैं ये उनका अपना व्यक्तिगत विचार होता है। यह भी पढ़ें: हिमाचल : दोस्तों ने पहले साथ पी शराब, फिर एक ने दूसरे पर छिड़का पेट्रोल उन्होंने कहा कि दुकानों पर नाम और फोटो वाला बयान कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह का व्यक्तिगत बयान है। इस बयान को सरकार के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

सोच रखनी चाहिए बड़ी

CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के सबसे करीबी नेताओं में शुमार CPS संजय अवस्थी ने कहा कि, जब जिम्मेदारी बड़ी होती है तो सोच भी बड़ी रखनी चाहिए। संजय अवस्थी ने भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का इस तरह का कोई दृष्टिकोण नहीं है। अवस्थी ने कहा कि यह तो विक्रमादित्य ही स्पष्ट कर सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में यह बयान दिया था। यह भी पढ़ें: हिमाचल : एक साथ कुएं में डूब गए थे पति-पत्नी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

राज्य सरकार करेगी विचार

संजय अवस्थी ने कहा वेंडर पॉलिसी पर प्लान बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी इस पूरे मामले में फैसला लेगी। अभी तक प्रदेश सरकार ने वेंडर्स के अपनी दुकानों पर नेम प्लेट या अन्य पहचान अनिवार्य रूप से लगाने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। इस मामले के हर पहलू पर संवेदनशीलता के साथ विचार किया जा रहा है।

राष्ट्रिय लेवल पर बयान की चर्चा

मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान के बाद पूर्व राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजमणि त्रिपाठी ने कहा कि, हिमाचल प्रदेश की तुलना यूपी से नहीं की जा सकती है क्योंकि हिमाचल और यूपी में हर क्षेत्र में काफी कुछ भिन्नता है। यह भी पढ़ें: रिटायर HAS को किया हाउस अरेस्ट, CBI ऑफिसर बनकर शातिर ने लूटे 73 लाख

बेवजह मामले को दिया जा रहा तूल

हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि, हिमाचल सरकार के इस आदेश की यूपी के आदेश से तुलना करने का कोई मतलब नहीं है। ऐसा नहीं है कि उनकी फोटो लगाकर सामने रखा जाएगा कि ये किसकी दुकान है। उनको सिर्फ उस जगह के लाइसेंस वितरीत किए जाएंगे सिर्फ इतना ही है। मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। बयान के सियासी रंग लेने के साथ ही पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखे पोस्ट में कहा, "अगर 'दुकानों' पे नाम लिखना 'गुनाह' है, तो फिर अपनी दुकान पे 'मुहब्बत' क्यों लिखा?"

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