शिमला। हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के साथ कार्रवाही शुरू हो गई है। आज सदन में प्रश्नकाल के समय करुणामूलकों की नौकरी से जुड़ा मुद्दा उठा है। भरमौर के विधायक डॉ. जनकराज ने इससे जुड़ा सवाल सरकार से किया।
मेरिट व एजुकेशन के आधार पर मिलेगी नौकरी
करुणामूलक आधार पर रोजगार के सवाल का जवाब CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देते हुए बताया कि करुणामूलक आधार नौकरी के 1415 मामले प्रदेश में लंबित पड़े हैं।
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इस मामले के निपटारे के लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अगुवाई में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी ने करुणामूलक आधार पर मिलने वाली नौकरी में निर्णय लिया है कि मेरिट और एजुकेशन के आधार पर करुणामूलकों को नौकरी दी जाएगी।
180 को मिली नौकरी
CM सुक्खू ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने एक साल में 180 करुणामूलक आधार पर नौकरी दी है। CM सुक्खू ने कहा कि 9 महीने में सरकारी कर्मचारियों की विधवा पत्नी को करुणा मूलक आधार पर नौकरी दी जाएगी। करुणामूलकों के मौकरी का मुद्दा लंबे समय से प्रदेश में लंबित है।
अपनी नौकरी के लिए करुणामूलक लंबे समय से सरकार से गुहार लगा रहे हैं।बता दें कि पिछली सरकार में भी करुणामूलकों ने लंबा प्रदर्शन किया था।
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4500 करुणामूलकों को दी नौकरी: जयराम ठाकुर
वहीं इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पूर्व सरकार के समय 5 साल में 4500 करुणामूलकों को नौकरी दी गई। सरकार को घेरते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सरकार ने सिर्फ 180 लोगों को रोजगार दिया है। वहीं, जयराम ठाकुर ने अनुपूरक सवाल में सरकार से पूछा कि क्या समयबद्ध तरीके से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा? जिसपर विधायक रणधीर शर्मा ने भी सदन में जवाब दिया है।