देहरा। हिमाचल में अभी हाल ही में तीन विधासनसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न हुए हैं। देहरा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव जीती हैं। कमलेश ठाकुर के चुनाव जीतने के साथ ही देहरा की जनता की वर्षों पुरानी मांग भी पुनर्जिवित हो गई है। हालांकि देहरा से मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर के चुनाव जीतते ही यहां की जनता को पहली सौगात तो मिल गई है।
देहरा बनेगा प्रदेश का 15वां पुलिस जिला
देहरा को जिला बनाए जाने की मांग कर रही यहां की जनता को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस जिला बनाने की कवायत शुरू कर दी है। इसको लेकर 18 जून को हुई कैबिनेट बैठक में देहरा को पुलिस जिला बनाए जाने का निर्णय लिया गया। यानी की देहरा प्रदेश का अब 15वां पुलिस जिला बनने जा रहा है। इससे पहले कांगड़ा जिला में नूरपुर और सोलन जिला में बद्दी पुलिस जिला बनाए गए थे।
यह भी पढ़ें: नेता राजनीति नहीं करेगा, तो क्या गोलगप्पे बेचेगा?, कंगना ने शंकराचार्य पर कसा तंज
देहरा की जनता को करना पड़ेगा पुलिस जिला से संतोष
अब सवाल यह उठता है कि क्या जिला की मांग कर रही देहरा की जनता को पुलिस जिला से ही संतोष करना पड़ेगा। या फिर उनकी वर्षों पुरानी देहरा को जिला बनाए जाने की मांग पूरी होगी। देहरा की जनता हर बार चुनावों के दौरान देहरा को जिला बनाने की मांग करती आई है। इस बार यहां से सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को जनता ने चुनाव जीताकर विधानसभा भेजा है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल के अग्निवीर जवान की कश्मीर में गई जा*न, मां शादी के लिए देख रही थी लड़की
अलग जिला के लिए करना पड़ेगा अभी लंबा इंतजार
जनता को उम्मीद थी कि सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के चुनाव जीतने से उनकी वर्षों पुरानी मांग जरूर पूरा होगी। लेकिन कैबिनेट बैठक में देहरा को पुलिस जिला बनाए जाने की घोषणा के बाद अब हर किसी के जहन में यह सवाल उठने लगा है कि अगर देहरा को जिला बनाना होता तो पुलिस जिला नहीं बनाया जाता। यानी देहरा की जनता को पुलिस जिला से ही संतोष करना पड़ेगा और देहरा को जिला बनाने के लिए अभी और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
देहरा को जिला बनाने की कवायत तेज
बता दें कि सीएम सुक्खू की घोषणा के बाद देहरा को पुलिस जिला बनाने की कवायत तेज हो गई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय कांगड़ा स्थित धर्मशाला से इससे संबंधित रिपोर्ट पुलिस निदेशालय शिमला भेज दी गई है। नए पुलिस जिला में कौन कौन से पुलिस थाना और चौकिंया शामिल होंगे इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर शिमला भेजी गई है।