शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला स्थित ठियोग के जोधपुर धार में एक महिला ने रात के अंधेरे में तेंदुए का पीछा किया और अपने कुत्ते को सुरक्षित बचा लाई। बहादुर महिला ने दराट और एक डंडा लेकर तेंदुए का पीछा किया था। बताया जा रहा है कि तेंदुआ रात के अंधेरे में महिला के घर के पास आ धमका था।
महिला ने किया तेंदुए का पीछा
महिला नेपाली मूल की है जो कई वर्षों से ठियोग के जोधपुर धार में एक लकड़ी के मकान में रहती है। देर रात महिला अपने मकान में अपने बेटे के साथ सोई थी कि उसे बाहर से कुछ आवाजें आई।
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जिसके बाद उसने देखा कि उसके कुत्ते को तेंदुआ उठा ले गया है। बहादुर महिला ने तेंदुए से कुत्ते को बचाने के लिए उसका पीछा किया और तेंदुए पर हमला किया। जिसके बाद पालतू कुत्ता तेंदुए से बच गया। हालांकि, कुत्ते को काफी चोटें आई है।
महिला को एक आंख से नहीं दिखता
बता दें कि नेपाली मूल की इस महिला को एक आंख से नहीं दिखाई देता। इसके बावजूद भी रात के अंधेरे में महिला कुत्ते को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल तेंदुए से भीड़ गई। जिसके बाद महिला की बहादुरी को हर कोई सलाम कर रहा है।
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महिला और बेटा सुरक्षित
जोधपुर धार के अरुण वर्मा ने बताया कि महिला उसके घर पर काम करती है और उसके लिए लकड़ी का एक मकान दिया गया है जहां वह अपने बेटे के साथ रहती है।
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रात में जब वह घर में सो रही थी तो तेंदुए ने अचानक से हमला कर दिया। गनीमत रही कि तेंदुए ने उस महिला और उसके बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया, वरना कोई बड़ी घटना हो सकती थी। वहीं, स्थानीय लोगों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग विभाग से की है।