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October 11, 2024

नहीं रहे हिमाचल के ‘बिस्मिल्लाह खान’ सूरजमणी, विदेश में भी कमाया था बड़ा नाम

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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के प्रख्यात शहनाई वादक सूरजमणी दुनिया को अलविदा कह गए है। लंबे समय से बीमार चल रहे सूरजमणी का इलाज के दौरान बिलासपुर के एम्स में निधन हो गया। बता दें कि उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मंडी के नाचन में किया गया।

प्रदेश के बिस्मिल्लाह खान थे सूरजमणी

बता दें कि सूरजमणी को उनके अद्वितीय संगीत के लिए हिमाचल प्रदेश का बिस्मिल्लाह खान कहा जाता था।उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी कला का लोहा मनवाया।मंडी में शिवरात्रि महोत्सव के दौरान उनकी शहनाई की धुन का विशेष महत्व था और स्थानीय लोग उनके संगीत का बेसब्री से इंतजार करते थे। यह भी पढ़ें: हिमाचल : परिजनों को घर में लट*की मिली बेटी, 15 साल थी उम्र

अमेरिका में किया था कार्यक्रम

सूरजमणी की शहनाई के दीवाने देश-प्रदेश तक सीमित नहीं थे। उनकी शहनाई की गूंज न केवल हिमाचल में, बल्कि अमेरिका तक सुनाई दी थी। अप्रैल 2019 में, वह अमेरिका में एक कार्यक्रम के लिए गए थे, जहां उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया था।

अस्पताल में भर्ती

जानकारी के अनुसार, सूरजमणी (63) पिछले चार दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनकी तबीयत में गिरावट तब आई जब वह मंडी बस स्टैंड पर थे। जहां अचानक उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें पहले मंडी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर होने पर उन्हें एम्स रेफर किया गया। परिवार के अनुसार, उनके पैंक्रियाज में दिक्कत थी, और अस्पताल में भर्ती होने के दौरान उनके अन्य अंगों ने भी काम करना बंद कर दिया। यह भी पढ़ें: 600 करोड़ का कर्ज लेने जा रही सुक्खू सरकार- केंद्र ने भी भेजी है एडवांस राशि

परिवार और समाज का दुख

सूरजमणी के निधन से उनके परिवार और मित्रों में गहरा शोक है। उनके साथियों और संगीत प्रेमियों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उनकी कला ने न केवल स्थानीय संस्कृति को समृद्ध किया, बल्कि नई पीढ़ी को भी प्रेरित किया। उनके जाने से लोक कला जगत में एक बड़ा खालीपन आ गया है।

सोशल मीडिया पर शोक संदेश

गुरुवार सुबह उनके निधन की अफवाहें भी फैल गई थीं, जिससे उनके चाहने वालों में चिंता का माहौल था। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उनके निधन पर शोक संदेश साझा किए। हालांकि, कुछ समय बाद यह स्पष्ट हुआ कि वह अस्पताल में भर्ती थे। सूरजमणी का जाना न केवल उनकी कला के प्रति समर्पण का अंत है, बल्कि उनके चाहने वालों के लिए एक अपूरणीय क्षति भी है।

जयराम ठाकुर ने दी श्रद्धांजलि

वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सूरजमणी के निधन पर शोक प्रकर्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शहनाई वादक सूरजमणी जी के निधन की खबर सुनकर मन दुःखी है। यह भी पढ़ें : देवभूमि हिमाचल में सुरक्षित नहीं महिलाएं, 8 माह में 60 म*र्डर… 210 की लूटी आवरू नाचन क्षेत्र के चच्योट से संबंध रखने वाले सूरजमणी जी को हिमाचल का 'विस्मिलाह खान' कहा जाता था और प्रदेश में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय मेलों की सांस्कृतिक संध्या का आगाज़ उनकी शहनाई से ही होता था। प्रदेश ने एक बहुत बड़े कलाकार को खोया है जिनकी भरपाई असंभव है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें।

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