कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले स्थित त्रेहल गांव में माहौल गमगीन बना हुआ है। आज सुबह यहां भारतीय सेना के जवान राजीव कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचते ही चीख-पुकार मच गई। दोपहर बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
पूरे क्षेत्र में पसरा मातम
राजीव की पार्थिव देह घर पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया। राजीव दिखने में काफी नौजवान थे-उनके पार्थिव शरीर को देखकर हर आंख में आंसू दिखाई दिए।
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5 महीने की गर्भवती है राजीव की पत्नी
राजीव कुमार पंचरुखी के पास वाले गांव त्रेहल का रहने वाले थे। उनका निधन बीमारी के कारण हुआ है। दुखद बात यह कि राजीव की पिछले साल ही शादी हुई थी और अभी उनकी पत्नी पांच महीने की गर्भवती हैं। राजीव की पत्नी ने अभी तक अपने हाथों से सुहाग का चूड़ा भी नहीं उतारा है। राजीव के पार्थिव शरीर को देख उनकी पत्नी लाल-जोड़े में रोती-बिलखती हुई नजर आईं। जबकि, मां बेसुध नजर आईं। यह सब देखकर हर आंख नम हो गई। राजीव कुमार अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, एक बहन और एक बड़ा भाई छोड़ गए हैं। राजीव का बड़ा भाई दिव्यांग है।
सिक्कम में चल रहा था इलाज
बताया जा रहा है कि राजीव कुमार 3 डोगरा में नायक के पद पर तैनात थे और सिक्किम में सेवाएं दे रहे थे। बीते कुछ महीनों से राजीव कुमार बीमार चल रहे थे। राजीव कुमार का कोलकाता में पहले दो महीने तक उपचार चला। उसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिक्किम अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां 15 दिनों तक इलाज के दौरान उन्होंने बीते कल दम तोड़ दिया।
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ठीक होने का इंतजार कर रहे थे परिजन
राजीव के परिजन उनके ठीक होने की उम्मीद में बैठे हुए थे। मगर जवान बेटे की मौत के बाद से परिवार वालों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। परिजन बीते कल से राजीव के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे थे।
सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई
आज सुबह की राजीव की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंची। जहां आर्मी के 69 इंजीनियर नायब सूबेदार विक्रम सिह के नेतृत्व में फौजी दल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। आर्मी के जवानों द्वारा सैन्य सम्मान के साथ राजीव को अंतिम विदाई दी गई।