कुल्लू। देशभर में मिनी इजराइल के नाम से प्रसिद्ध हिमाचल के कुल्लू का कसोल हमास द्वारा टारगेट किया जा सकता है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि NSG कमांडो द्वारा कुल्लू स्थित कसोल-मनाली में काउन्टर टेररिस्ट मॉक ड्रिल की गई है। NSG कमांडो द्वारा ऐसे समय में मॉक ड्रिल के लिए कसोल मनाली को चुनना बड़ी धमकी की ओर इशारा है, जबसे हमास के नेता इस्माइल हानिया की हत्या हुई है।
क्या आतंकवादी संगठन ने दी है धमकी
बता दें कि NSG के प्रमुख ब्रिगेडियर MS करियप्पा भी प्रदेश के जिला कुल्लू पहुंचे हैं। उनके कुशल नेतृत्व में ही ये मॉक ड्रिल की गई है।
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राज्य पुलिस, नागरिक प्रशासन और खुफिया तंत्र से जुड़े समूह के साथ आतंकवादियों से निपटने के लेकर पूर्वाभ्यास किया गया। कसोल मनाली को इस ड्रिल के लिए चुनना आतंकवादी संगठन की बड़ी धमकी की ओर इशारा करता है।
हिमाचल में रहते हैं इजराइली
इससे पहले अयोध्या में भी मॉक ड्रिल की गई थी। इसके बाद अब कसोल को इस मॉक ड्रिल के लिए चुना गया। बताया जा रहा है कि इस अभ्यास के बीच बैठकों का दौर भी चलता रहा।
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बता दें कि कसोल में 350 से 400 इजराइली रह रहे हैं। इन्हें यहां गली-मोहल्लों में घूमते हुए देखा जा सकता है। ये लोग यहां अपने पर्व भी मनाते हैं। इसके अलावा धर्मशाला के धर्मकोट नामक स्थान पर भी इजराइली रहते हैं।
हमास कर सकता है इजराइली लोगों पर हमला
जानकारी के लिए बता दें कि हमास और ईरान ने इस्माइल हानिया की हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है। इस्माइल हानिया फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास का नेता है। ऐसे में उनकी हत्या के बाद से हमास ने कड़ा बदला लेने की कसम खाई है।
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बताया जा रहा है कि हमास इजराइली लोगों पर हमला करने की तैयारी में है। देश का खुफिया तंत्र भी अलर्ट पर है। हिमाचल प्रदेश के कसोल में सबसे ज्यादा रहते हैं। यहाँ पर भी हमास की बदले की आशंका से इजराइली नागरिकों को टारगेट किया जा सकता है।
मॉक ड्रिल में जवाबी कार्रवाई का अभ्यास
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव चौहान ने जानकारी देते हुए बताया है कि आतंकवादी घटना की जवाबी कार्रवाई पर NSG कमांडो ने अभ्यास किया है। मुख्य ब्रिगेडियर एमएस करियप्पा के नेतृत्व में ये अभ्यास हुआ। हिमाचल में पहली बार ये मॉक ड्रिल की गई है।