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July 29, 2025
हिमाचल : आपदा में खोए माता-पिता, अब पूरे प्रदेश की बेटी कहलाएगी 10 माह की नीतिका
मलबे में बह गए थे नीतिका के माता-पिता और दादी
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शिमला। राज्य में भारी बरसात के कारण आई बाढ़ के कारण कई लोगों के घर उजड़ चुकें हैं और कइयों ने आपने परिवारों को खो दिया है। मंडी जिले में आई आपदा में अनाथ हुई 10 महीने की बच्ची नीतिका को प्रदेश सरकार ने राज्य की बच्ची यानी चाइल्ड ऑफ स्टेट घोषित किया है।
वर्तमान में बच्ची अपनी मौसी के पास शिकौरी गांव में रह रही है। बता दें कि मंडी में 30 जून देर रात को तलवाड़ा गांव में बादल फटने की घटना हुई थी। इसके बाद की तबाही में नीतिका के माता-पिता और दादी की मौत हो गई।
नीतिका के पिता रमेश (31) की मृत्यु हो गई, जबकि उसकी मां राधा देवी (24) और दादी पूर्णु देवी (59) अभी भी लापता हैं। इस घटना के जांच में सामने आया था कि पिता रमेश घर में घुस रहे पानी के बहाव को मोड़ने के लिए बाहर गए थे, जबकि उसकी पत्नी और मां मदद के लिए उसके पीछे-पीछे गए।
वे वापस नहीं लौटे और भारी तबाही के बीच मासूम नितिका का सही-सलामत निकालना किसी चमत्कार से कम नहीं था। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत नीतिका को राज्य की बच्ची घोषित किया गया है।
जानकारी के अनुसार, नीतिका की शिक्षा और पालन-पोषण का खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना को साल 2023 में राज्य के अनाथ बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। इस योजना के तहत अनाथ बच्चों को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं। 18 से 27 वर्ष की आयु के अविवाहित अनाथ बच्चों को भोजन, आश्रय, वस्त्र, उच्च शिक्षा और कौशल विकास में मदद दी जाती है।
उधर, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार नीतिका के पालन-पोषण, शिक्षा और भविष्य की पूरी जिम्मेवारी लेती है। सरकार उसका सारा खर्च वहन करेगी, चाहे वह डॉक्टर, इंजीनियर या अधिकारी बनना चाहे।