शिमला। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति राजीव शकधर 25 सितंबर यानी आज शपथ ग्रहण करेंगे। इस संबंध में राजभवन की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि, न्यायमूर्ति राजीव शकधर 18 अक्टूबर को रिटायर्ड हो जाएंगे। इससे पहले प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को झारखंड हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है।
ये हैं न्यायमूर्ति शकधर
न्यायमूर्ति शकधर जो अब हिमाचल हाईकोर्ट का कार्यभार संभालेंगे, दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश थे। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त करने के बाद, 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। उसी वर्ष उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से सीए की पढ़ाई भी पूरी की और नवंबर 1987 में वकील के रूप में नामांकित हुए।
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17 अक्टूबर 2011 को बने थे स्थायी न्यायाधीश
1994 में उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से विधि में एडवांस कोर्स पूरा किया। 8 दिसंबर 2005 को उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया। 11 अप्रैल 2008 को न्यायमूर्ति शकधर को दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 17 अक्टूबर 2011 को उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया।
कई कानूनों में हासिल है विशेषज्ञता
11 अप्रैल 2016 को उनका स्थानांतरण मद्रास हाईकोर्ट में हुआ। मगर 15 जनवरी 2018 को उन्हें फिर से दिल्ली हाईकोर्ट में स्थानांतरित किया गया। मद्रास उच्च न्यायालय में उन्होंने सूचना और प्रौद्योगिकी समिति की अध्यक्षता की और दिल्ली उच्च न्यायालय में भी इसी भूमिका में कार्यरत रहे। उन्हें सिविल मुकदमे, संवैधानिक कानून, वाणिज्यिक मुकदमे, कॉर्पोरेट और कराधान कानूनों में विशेषज्ञता हासिल है।
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18 अक्टूबर के बाद न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया संभालेंगे पद
गौरतलब है कि, 18 अक्टूबर को उनके सेवानिवृत्त होने के बाद सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर मोस्ट जज न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया को हिमाचल हाईकोर्ट का न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश पहले ही कर दी थी। उनकी नियुक्ति न्यायमूर्ति शकधर के सेवानिवृत्त होने के बाद प्रभावी होगी।