शिमला। हिमाचल प्रदेश के युवाओं के साथ साल 2022 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने रोजगार देने का वादा किया था। व्यवस्था परिवर्तन का नारा देते हुए सरकार ने एक लाख नौकरियों का वादा तक किया था। मगर वह वादा आज दिन तक पूरा नहीं हुआ।
बेरोजगार कर रहे नौकरी की मांग
विपक्ष दो साल बाद भी प्रदेश की सुक्खू सरकार को इस मुद्दे पर घेर रहा है। युवा सोशल मीडिया और सड़कों पर रोजगार की मांग कर रहे हैं। जबकि कई पद खाली पड़े हैं।
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सूबे में कई पद पड़े हैं खाली
हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान सिरमौर के पच्छाद से भाजपा विधायक रीना कश्यप ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (JOA) लाइब्रेरी के पदों पर सवाल उठाया था। सरकार ने बताया कि 771 पद सृजित किए गए हैं। मगर 31 जुलाई 2024 तक केवल 4 पद ही भरे गए, जबकि 767 पद खाली हैं।
कब भरे जाएंगें खाली पद?
इसके अलावा TGT, DPE और कला अध्यापकों के कई पद भी रिक्त हैं, जिन्हें सरकार अभी तक नहीं भर पाई है। इस बीच, शिक्षित बेरोजगार संघ ने सरकार के खिलाफ धरना दिया। संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण ने आरोप लगाया कि सरकार ने 10,000 आउटसोर्स कर्मचारियों को नियुक्त किया, लेकिन नियमित पदों को भरने में कोई कदम नहीं उठाया।
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सरकार अब तक इन पदों को नहीं भर पाई है..
- पद का नाम- टीTGT, स्वीकृत पद- 6623, रिक्त पद- 1239
- पद का नाम- LT, स्वीकृत पद- 3193, रिक्त पद- 238
- पद का नाम- DPE, स्वीकृत पद- 1576, रिक्त पद- 110
- पद का नाम- कला अध्यापक, स्वीकृत पद- 4479, रिक्त पद- 1567
प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को शिक्षित बेरोजगार संघ ने सुक्खू सरकार के खिलाफ धरना दिया था। उन्होंने सुक्खू सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बेरोजगारी के मुद्दे पर सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि कैबिनेट ने 6500 पद सृजित किए हैं। बावजूद इसके सुक्खू सरकार द्वारा उन पदों को भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।