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June 23, 2024

हिमाचल का रहस्यमयी शिव मंदिर: जहां पत्थर छूने से बजता है डमरू- आप भी जानें

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सोलन। देवभूमि हिमाचल में तमाम ऐसी जगहें हैं, जिनके रहस्य आज तक नहीं सुलझ पाए हैं। इन जगहों से जुड़ी मान्यताओं के बारे में जानकर हर कोई दंग रह जाता है। आज हम आपको देवभूमि के ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां पत्थरों को थपथपाने से डमरू की आवाज आती है।

नहीं सुलझा पाया कोई रहस्य

हम बात कर रहे हैं जटोली शिव मंदिर की, जोकि हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित है। इस शिव मंदिर का रहस्य आज तक कोई नहीं सुलझा पाया है। दावा किया जाता है कि यह शिव मंदिर एशिया के सबसे ऊंचे मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को चमत्कारी मंदिर माना जाता है।

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पत्थरों से आती है डमरू की आवाज

कहा जाता है कि इस मंदिर में लगे पत्थरों को थपथपाने से डमरू की आवाजें आती हैं। मान्यता है कि यहां खुद भगवान शिव आए थे और कुछ समय के लिए रहे भी थे। इसके बाद 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस नाम के एक बाबा यहां आए, जिनके मार्गदर्शन और दिशा-निर्देशों अनुसार जटोली शिव मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ।

मंदिर बनने में लगे 39 साल

साल 1974 में उन्हों ने इस मंदिर की नींव रखी गई थी। इस मंदिर को पूरा बनने में 39 साल का समय लगा था। यह मंदिर द्रविश शैली में बना हुआ है और यह मंदिर करीब 111 फीट ऊंचा है। इस मंदिर को बनाने में करोड़ो रुपए खर्च किए गए थे। खास बात यह है कि मंदिर का निर्माण श्रद्धुलाों द्वारा दिए गए दान के पैसों से हुआ है। यही कारण है कि इस मंदिर को बनने में तीन दशक से भी ज्यादा का समय लगा।

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दर्शन करने आते हैं सैकड़ों लोग

इस मंदिर में हर तरफ विभिन्न देवी-देवातओं की मूर्तियां स्थापित हैं। साथ ही मंदिर के अंदर स्फटिक मणि शिवलिंग है और मां पार्वती की मूर्ति भी स्थापित है। जबकि, मंदिर के ऊपरी हिस्से में एक 11 फीट ऊंचा सोने का कलश स्थापित किया गया है। देश-विदेश के कोने-कोने से सैकड़ों लोग यहां पर भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं।

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