शिमला। सुक्खू सरकार ने जल शक्ति विभाग के जल रक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। सुक्खू सरकार ने 184 जल रक्षकों की प्रमोशन कर दी है। जल शक्ति विभाग में 12 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके जल रक्षकों को पंप अटेंडेंट बना दिया गया है।
जल रक्षकों को बनाया पंप अटेंडेंट
हिमाचल सरकार ने पंप अटेंडेंट के लिए दो साल की अनुबंध अवधि तय की है। यानी दो साल की अवधि पूरी करने के बाद ये सभी कर्मचारी रेगुलर किए जाएंगे। रेगुलर होने के बाद ये कर्मचारी हिमाचल सरकार की ओर से तय वेतन और भत्तों का लाभ उठा पाएंगे।
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दो साल बाद किए जाएंगे रेगुलर
राज्य सरकार ने पंप अटेंडेंट के लिए दो साल की अनुबंध अवधि तय की है। यानी दो साल की अवधि पूरी करने के बाद ये सभी कर्मचारी रेगुलर किए जाएंगे। रेगुलर होने के बाद ये कर्मचारी हिमाचल सरकार की ओर से तय वेतन और भत्तों का लाभ उठा पाएंगे।
इस बात की जानकारी प्रदेश के डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की दी है। उन्होंने लिखा कि जल शक्ति विभाग ने 12 साल सेवाएं देने वाले 184 जल रक्षकों को पंप ऑपरेटर बनाने का निर्णय लिया है।
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6 हजार जल रक्षक दे रहे सेवाएं
विदित रहे कि वर्तमान में हिमाचल में 6 हजार जल रक्षक सेवाएं दे रहे हैं- जिन्हें 5400 रुपए मानदेय मिलता है। इन जल रक्षकों को 60 फीसदी भुगतान जल शक्ति विभाग और 40 फीसदी भुगतान पंचायत कर रही है।
कोटे को खत्म करने की मांग
हालांकि, जल रक्षक इन कोटे को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। जल रक्षक खुद को जल शक्ति विभाग के अधीन करने की मांग कर रहे हैं। जल रक्षक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष रूप लाल का कहना है कि जल रक्षकों के कार्यकाल की अवधि को कम करना चाहिए। जल रक्षकों को प्रमोशन के लिए 12 साल का इंतजार करना पड़ा रहा है।
दिवाली से पहले दी बड़ी राहत
सुक्खू सरकार ने दिवाली से पहले सरकारी कर्माचारी को बड़ी राहत दी है। सुक्खू सरकार ने-
- NPS के तहत आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को महंगाई भत्ता DA देने का ऐलान किया है।
- HRTC कर्मियों के ओवर टाइम को 50 करोड़ रुपए जारी करने का ऐलान किया है।
- कर्मचारियों और पेंशनर्स को इस महीने 28 तारीख से पहले सैलरी और पेंशन देने की घोषणा की है।