शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस साल भी कभी ना भूलने वाले जख्म दिए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस बार हिमाचल में जान गवाने वालों का आंकड़ा 233 पहुंच गया है। समेज में आई आपदा के बाद से चल रहा सर्च ऑपरेशन भी बंद कर दिया गया है और अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
समेज में 36 बहे और सिर्फ 9 मिले
रामपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र समेज गांव में 36 लोग बाढ़ में बह गए थे। जिसमें 9 शवों को खोज दिया गया है लेकिन 27 शव अभी भी लापता है। वहीं, लापता लोगों की तलाश में चल रहा सर्च अभियान को समेज गांव में बंद कर दिया गया है। स्थानीय लोगों की सहमति के साथ ही यह फैसला लिया गया। 31 जुलाई और 1 अगस्त को प्रदेश के कई स्थानों पर बादल फटने के कारण आपदा आई थी ।
क्या कहती है रिपोर्ट
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हिमाचल को 27 जून से 20 अगस्त तक 1192 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। वहीं, इस सीजन में 233 की मौत और 358 घायल हुए हैं। 29 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं। साथ ही 6786 पशु-पक्षियों की मौत हो गई है।
कई मकान हुए धराशाई
रिपोर्ट में सामने आया है कि इस आपदा में प्रदेश के 58 पक्के और 73 कच्चे घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पहुंची है। वहीं, 104 पक्के और 278 घरों को पहुंचा नुकसान हुआ है। वहीं, 55 दुकानें/फैक्टरी, 31 लेबर शेड/, 389 पशुशालाएं जमींदोज हो गई है।
यह भी पढ़ें: हिमाचल- चोरी-छिपे मिठाई की दुकान पर पहुंचा भालू, जी भर खाई बर्फी और फिर…
2023 के मुकाबले कम नुकसान
2023 अगस्त में आई आपदा के मुकाबले इस बार कम नुकसान हुआ है, जो कि राहत की बात है। 2023 की आपदा में 500 लोगों ने अपनी जानें गंवाई और नुकसान का आंकड़ा 12 हजार करोड़ तक पहुंचा। वहीं, इस साल भी आपदा ने हिमाचल प्रदेश में खूब नुकसान किया है।