शिमला। हिमाचल प्रदेश के भौगोलिक परिस्थिति के कारण यहां का जन-जीवन आसान नहीं है। सड़कों के गांव-गांव तक पहुंचने का क्रम अभी भी जारी है।प्रदेश के कई ऐसे गांव है जहां अभी तक मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं है। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश के 1,456 गांव में अभी तक मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
CM सुक्खू ने दी जानकारी
प्रदेश के कई क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी ना होने के कारण लोग मोबाइल फोन की सुविधा से वंछित है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह जानकारी विधानसभा में दी है। जिसमें खुलासा हुआ है कि प्रदेश के कुल 16,807 गांव में से 1453 गांव में मोबाइल नेटवर्क आज तक नहीं पहुंचा।
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गांव में सुविधा पहुंचाने की कोशिश में विभाग
जानकारी मिली है कि जिन गांव में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है उनमें से 1, 201 गांवों को 4G Saturation प्रोजेक्ट से जोड़ा गया है।वहीं, प्रदेश में 213 गांव बिना आबादी वाले हैं। इसलिए यहां पर मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए किसी भी तरह के प्रोग्राम नहीं चलाए जा रहें।
42 गांव में चलेगा 4G
हिमाचल प्रदेश लाइसेंस्ड सर्विस एरिया की ओर से राज्य के 42 गांवों को 4G Saturation प्रोजेक्ट में शामिल करने के लिए दूर संचार विभाग, भारत सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। जिसके बाद इन गांवों में लोग इंटरनेट की सुविधा से जुड़ पाएंगे।
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सुविधा का अभाव
हैरानी इस बात की है, जहां प्रदेश की हर पंचायत का डाटा ऑनलाइन माध्यम से ही भरा जाता है। उस क्षेत्र में किस तरह से काम हो रहे हैं। जहां देश डिजिटल इंडिया का दावा कर रहा है। उधर हमारे प्रदेश की एक ऐसी तस्वीर भी है, जहां फोन पर आज तक लोगों ने हेलो नहीं बोला। वहीं, स्वास्थ्य जैसी इमरजेंसी में लोग कैसे एंबुलेस तक पहुंचते होंगे। जहां फोन के बिना जीवन की कल्पना करना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है, वहीं कुछ लोग आज भी इस सुविधा से दूर है।