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January 6, 2025

हिमाचल में एक और गड़बड़झाला: सिंचाई योजना की पाइपें फटी, करोड़ों का था कॉन्ट्रैक्ट

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शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के ठियोग में जल शक्ति विभाग द्वारा बनाई गई सिंचाई योजना के पाइपों में लीक की समस्या सामने आई है, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि क्यार और कमाह पंचायत के दर्जनों गांवों के लिए बनाई गई सिंचाई योजना में पानी छोड़ने के ट्रायल के दौरान यह सामने आया कि पाइपों में जगह-जगह छेद हो गए हैं और पानी बहने लगा।

सवा तीन करोड़ का था बजट

क्यार खड्ड से बनी इस उठाऊ सिंचाई योजना का कुल बजट करीब सवा तीन करोड़ रुपये था। योजना के तहत, क्यार और कमाह पंचायत के किसानों को सिंचाई पानी की आपूर्ति होनी थी, लेकिन पाइपों के फटने से यह सप्लाई प्रभावित हो गई। यह भी पढ़ें : हिमाचल में सुबह-सवेरे अनियंत्रित हुई ऑल्टो कार- 5 लोग थे सवार स्थानीय कांग्रेस नेता अमित मेहता ने पहले ही SDM कार्यालय ठियोग में शिकायत दर्ज कराई थी कि सिंचाई योजना में निम्न गुणवत्ता के पाइपों का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद, SDM मुकेश शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए 13 नवंबर, 2024 को कसुम्पटी डिवीजन के अधिशासी अभियंता बसंत सिंह राठौर को पत्र भेजा था, जिसमें सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायत की गई थी।

जल आपूर्ति घोटाले के बाद अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई

यह मामला ठियोग क्षेत्र में पहले आए पानी सप्लाई घोटाले से भी जुड़ा हुआ है। हाल ही में, पानी आपूर्ति घोटाले में लिप्त पाए जाने के बाद जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता को निलंबित किया गया था। ऐसे में सिंचाई योजना में हुई गड़बड़ियों की जांच अब अन्य अधिकारी द्वारा की जा सकती है। यह भी पढ़ें : हिमाचल में 10 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार, यहां जानें पूरी डिटेल योजना के पाइप फटने के मामले के बाद अब कसुम्पटी और मतियाना डिवीजन की अन्य योजनाएं भी सरकार की रडार पर हैं। आरोप है कि अधिकारियों ने क्यार-कमाह सहित क्षेत्र की अन्य पेयजल और सिंचाई योजनाओं में लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन काम की गुणवत्ता बेहद खराब रही। यह भी पढ़ें :  हिमाचल: लोन देने के नाम पर ठगे 5 करोड़, शातिरों ने ऐसे लगाई चपत

जांच हुई शुरू

पूर्व जल शक्ति मंत्री विद्या स्टोक्स के कार्यकाल में शुरू की गई इस सिंचाई योजना में लगी मशीनरियों की कुल कीमत भी करोड़ों में है। मामले की गंभीरता को देखते हुए चीफ इंजीनियर जोगेंद्र चौहान ने कहा कि पाइपों के फटने के कारणों की जांच की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सोमवार को इस मामले की छानबीन की जाएगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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