कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा स्थित नगरोटा बगवां के मलां गांव से संबंध रखने वाले जवान की बीमारी की चपेट में आने से मौत हो गई। जवान राजेंद्र कुमार सीमा सुरक्षा बल में तैनात थे और सेवाओं के दौरान ही बीमार पड़ गए, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। बीते कल उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई है।
अस्पताल में तोड़ा दम
40 वर्षीय जवान राजेंद्र कुमार BSF की 116वीं वाहिनी पंजाब के जालंधर में बतौर मुख्य आरक्षी अपनी सेवाएं दे रहा था। बीमारी के कारण वह चंडीगढ़ में उपचाराधीन था। लेकिन बीमारी से वह जीत ना पाया। मंगलवार दोपहर बाद परिवार को खबर मिलती है कि राजेंद्र कुमार का निधन हो चुका है। जिसके बाद जवान का पैतृक गांव मलां गमगीन हो गया।
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परिवार को रो-रोकर बुरा हाल
बुधवार सुबह जवान राजेंद्र कुमार का शव उनके गांव मलां पहुंचा। आस-पास के लोगों ने जवान को श्रद्धांजलि दी। परिवार जवान की देह देखकर टूट गया। जवान की बूढ़ी मां अपने बेटे की देह से लिपट कर रोती रही। वहीं पत्नी और बच्चों को रिश्तेदार ढांढस बंधाते नजर आएं।
14 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
बनोई स्थित BSF की 24 वीं वाहिनी के द्वित्तीय कमान अधिकारियों और जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ जवान को विदा किया। जवान के 14 साल के बेटे अर्पित ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। जवान अपने पीछे बूढ़ी मां, 14 साल का बेटा अर्पित, 9 साल की बेटी शानवी और पत्नी सुनीता को छोड़ गया है।
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2000 में हुआ था सेना में भर्ती
जानकारी के अनुसार, जवान राजेंद्र कुमार वर्ष 2000 में सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुआ था। 24 साल तक मातृभूमि की सेवा करते हुए जवान को बीमारी ने जकड़ लिया। इलाज के दौरान ही जवान ने संसार को अलविदा कह दिया।