शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली में छात्र संगठन SFI और कॉलेज प्रशासन तनाव की खबरें लगातार सामने आ रही है। बता दें कि शिमला के आज सभी कॉलेज जिसमें RKMV, कोटशेरा, इवनिंग कॉलेज से SFI कार्यकर्ता संजौली कॉलेज के गेट पर पहुंचे, जहां कॉलेज प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। बता दें कि सुबह 10 बजे से ही नारेबाजी शुरू हो गई थी।
3 घंटों तक जारी रहा प्रदर्शन
विभिन्न कॉलेजों से आए SFI कार्यकर्ताओं ने लगभग 3 घंटे तक प्रदर्शन किया। बता दें कि इन प्रदर्शनकारियों द्वारा SFI 6 छात्र नेताओं के निष्कासन को वापस लेने की मांग कर रही है। वहीं, छात्रों और पुलिस प्रशासन के बीच करीब 11 बजे हल्की नोकझोंक हुई। कई प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज के अंदर घुसने का प्रयास किया। जिसके लिए पुलिस को आक्रोशित छात्रों को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
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SFI ने दिया अल्टीमेटम
वहीं, SFI द्वारा कॉलेज प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया है और छात्रों के निष्कासन को वापस लेने की मांग उठाई गई है। छात्र संगठन प्रशासन का कहना है कि प्रशासन यदि छात्र संगठन को वार्ता के लिए नहीं बुलाता तो छात्र जबरदस्ती गेट और बैरिकेड को पार कर अंदर घुसेंगे। वहीं, छात्र संगठन ने सचिवालय तक के घेराव की भी बात कही है।
निष्कासन नहीं होगा वापस
वहीं, दूसरी ओर कॉलेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने कहा कि छात्रों द्वारा शिक्षकों के साथ गलत व्यवहार और धमकियां दी गई है। उन्होंने कहा कि छात्रों को कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन यह छात्र नही गुंडे है, इनका निष्कासन वापस नहीं होगा।
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पुलिस छावनी में तब्दील हुई कॉलेज
बता दें कि इस विरोध के बाद सुरक्षा के मध्यनजर, कॉलेज में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। वहीं, पुलिस जवान बच्चों को आई कार्ड चेक किए जा रहे हैं। परिसर के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
वीरवार को एक कॉलेज की छात्रा ने कॉलेज के एक छात्र के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद, छात्र संगठन एसएफआई ने कॉलेज प्रशासन से वूमेन सेल कमेटी गठित करके मामले की जांच की मांग की। शुक्रवार को एसएफआई ने प्रशासन के साथ फिर बैठक की, जहां उन्होंने कार्रवाई की जानकारी मांगी। प्रशासन की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर छात्र संगठन ने परिसर में धरने का आह्वान किया।
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कॉलेज प्रशासन ने धरने को रोकने का प्रयास किया, जिससे प्रोफेसरों और छात्र कार्यकर्ताओं के बीच बहस छिड़ गई, जो जल्दी ही तनावपूर्ण स्थिति में बदल गई। अंततः, कॉलेज प्रशासन ने 6 एसएफआई कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस घटनाक्रम ने कॉलेज परिसर में गहमागहमी पैदा कर दी है और छात्र संगठन ने प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है।